सर्वेश श्रीवास्तव/ अयोध्या : अयोध्या के कण-कण में प्रभु राम का वास है. अयोध्या वह जगह है जहां मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम ने जन्म लिया. आज उसी अयोध्या की हर तरफ चर्चा है. वजह साफ है कि 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे. अगर आप भी प्रभु राम की पावन नगरी अयोध्या में आ रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद अयोध्या आप 22 जनवरी के बाद ही आ सकते हैं. गौरतलब है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत 15 जनवरी से 24 जनवरी तक विशेष अनुष्ठान होगा. वहीं, 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसके चलते आम श्रद्धालु 20 जनवरी से तीन दिन तक रामलला के दर्शन नहीं कर पाएंगे. हालांकि प्रभु राम के विराजमान होने के साथ-साथ आपको राम मंदिर परिसर में कई सारी अत्याधुनिक सुविधाएं भी मिलेगी.
दरअसल, अयोध्या के राम मंदिर में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का कोई समस्या न हो. श्रद्धालु आसानी से दर्शन पूजन सके इसका खाका राम मंदिर ट्रस्ट ने तैयार कर लिया है. मंदिर परिसर में बुजुर्गों, दिव्यांगों और असहाय लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने के भी बड़े प्रयास किए गए हैं. कई खास सुविधाएं इन सभी लोगों के लिए परिसर में मुहैया करवाने पर काम किया जा रहा है.
मंदिर परिसर में मिलेगी ये सुविधाएंतीर्थयात्रियों की स्वच्छता और आवश्यक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भव्य परिसर में शौचालय और अन्य सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है. यहां दो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाए जा रहे हैं. इसका उद्देश्य स्वच्छ वातावरण बनाना है. इसके अलावा दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए मुख्य प्रवेश द्वार पर दो रैंप भी लगाए जाएंगे. राम मंदिर परिसर के करीब पहुंचेंगे तो आपको नि:शुल्क लाकर की सुविधा मिलेगी. इतना ही नहीं 25000 यात्री सुविधा केंद्र का भी निर्माण राम मंदिर परिसर में किया गया है. श्रद्धालु मंदिर परिसर में 25 फीट की दूरी से आराध्य के दर्शन कर सकेंगे.
इन चीजों पर हैं प्रतिबंधराम मंदिर परिसर में सुरक्षा मानक का पालन करते हुए आपको राम मंदिर परिसर में प्रवेश मिलेगा. मंदिर परिसर में भगवान राम का दर्शन करने जा रहे हैं, तो मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, लैपटॉप या कैमरा आदि लेकर जाना सख्त माना है। अगर आप नियम तोड़ते हैं, तो आप मुश्किल में भी फस सकते हैं.
.Tags: Ayodhya News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : January 9, 2024, 22:23 IST
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