अयोध्या. धर्मनगरी अयोध्या में नेपाल और भारत के बीच संबंधों की मधुरता बनाए रखने के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली और माता जानकी की जन्मस्थली की मिट्टी एकत्रित कर अयोध्या के कारसेवकपुरम में ढाई लाख शिवलिंग बनाए गए. अयोध्या और नेपाल स्थित जनकपुर के पौराणिक संबंधों को लेकर मानस संस्था और बोल बम परिवार के लगभग 150 रामभक्त और शिवभक्त अयोध्या पहुंचे. इन सदस्यों ने कारसेवकपुरम में रामजन्म भूमि के रज के साथ माता सीता के जन्मस्थान जनकपुर सहित नेपाल के 5 अन्य पवित्र स्थानों की मिट्टी से ढाई लाख शिवलिंग की स्थापना कर वैदिक मंत्रों के बीच पूजन अर्चन किया.मानस बोल बम परिवार के अध्यक्ष लल्लन ठाकुर बताते हैं कि हम लोग नेपाल स्थित जनकपुर के 6 जगहों से मिट्टी लेकर आए हैं. कमला मिथिला अवध धाम सरयू शीतल सीताराम – एक मंत्र है, जिसके आधार पर कमला नदी से रज और जल भी लाए हैं. दूध मति नदी से लाए हैं. किशोरी और जानकी जी को जहां पर आशीर्वाद दिए थे. गिरजा मां उस जगह से हमलोग मिट्टी लाए हैं. इसके अलावा जानकी जी के आश्रम से लाए हैं. इसके साथ ही जन्मभूमि की मिट्टी मिलाकर हम लोग शिवलिंग बना रहे हैं.
पूर्व प्राचीन से अवध और मिथिला का जो संबंध है. संबंध को और मजबूत करने के लिए इस बात को बरकरार करने के लिए हम लोग एक दूसरे को किसी न किसी कर्म से जोड़ते रहे. मिथिला आते रहे जाते रहे. इस बात को दर्शाते रहे क्योंकि यह बहुत पौराणिक संबंध है. इस उद्देश्य से विश्व के जितने हिंदू हैं. उनको कल्याणार्थ अभी हम लोग शिव पूजा किए हैं. लगभग ढाई लाख शिवलिंग बनाया गया है. उसी का पूजन होगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 06, 2022, 17:05 IST
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