मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा से एक महिला टीचर की ऐसी शर्मनाक हरकत सामने आई है, जिसमें वह खुद को तो राजकुमारी समझती है और स्कूली बच्चों को जैसे गुलाम. राजकुमारी जैसी हरकत करने वाली इस महिला टीचर का वीडियो यह सोचने पर भी मजबूर कर देगा कि क्या सच में शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं? सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में स्कूल में पानी से बचने के लिए शिक्षिका ने न केवल बच्चों को पानी में उतार दिया, बल्कि उनकी मदद से कुर्सियों का पुल बनवाया और तब जाकर वह खुद को गंदे पानी से बचा पाई. अब सवाल उठता है कि आखिर जिस पानी से राजकुमारी मैडम साहिबा को डर लग रहा है, उसी पानी में वह नौनिहालों को खड़ा करवा कर कुर्सियों का पुल कैसे बनवा सकती हैं.
दरअसल, आपने किस्सों-कहानियों में राजकुमारियों के जमीन पर पांव न रखने की कहावत सुनी होगी, मगर आज मथुरा में साक्षात एक ऐसी ही राजकुमारी दिख गईं, जो पेशे से शिक्षिका हैं. मैडम जमीन पर पैर रखने से घबराती हैं, क्योंकि राजकुमारी के पैर जो गंदे हो जायेंगे. यह वीडियो सरकारी स्कूलों की हकीकत को तो उजागर कर ही रहा है, साथ ही उन गुरुओं की हकीकत को भी उजागर कर रहा है, जिन पर इन नौनिहालों के भविष्य का जिम्मा है.
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे मैडम साहिबा को स्कूल तक ले जाने के लिए बच्चे खुद पानी में भींगकर कुर्सियों का पुल बना रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो मथुरा के बलदेव क्षेत्र के गांव दघेंटा का है, जहां प्राथमिक विद्यालय दघेंटा में यह महिला टीचर स्कूल में जलजमाव को पार करने के लिए बच्चे का शोषण करती दिखती है. दरअसल, इस स्कूल में बारिश का पानी भरा हुआ है. पानी भरने की वजह से मैडम साहिबा क्लासरूम तक नहीं पहुंच पा रही थी और बच्चों को अपने भविष्य की चिंता है, इसलिए इस तरह उन्होंने कुर्सियों के पुल को उठाने का बीड़ा उठाया और मैडम साहिबा को क्लास तक पहुंचाया. मैडम साहिबा को अपने भींगने की परवाह तो है मगर इस गंदे पानी में जो स्कूली बच्चे उनके लिए कुर्सियों का पुल बना रहे हैं, उनके लिए मैडम जी को न कोई चिंता है और न कोई फिक्र.
वीडियो में दिख रहे ये छोटे-छोटे बच्चे सरकारी स्कूल के हैं, जहां इनके पढ़ने या ना पढ़ने से किसी को कोई लेना देना नहीं है. बस इनकी ड्यूटी इतनी कि बारिश के पानी से भरे इस स्कूल में मैडम साहिबा को कोई तकलीफ ना होने पाए. नौनिहालों द्वारा गुरुओं के प्रति आस्था के चलते बनाए गए इस कुर्सियों के पुल पर मैडम साहिबा ने एक-एक कदम बड़े ही इठलाते हुए रखा और बच्चे मैडम राजकुमारी के कदमों के हिसाब से कुर्सियों को आगे-पीछे करते जा रहे थे, तब कहीं मैडम साहिबा स्कूल में पहुंच सकीं.
इस वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे इन नौनिहालों ने मैडम से मिल रही शिक्षा का ऋण इस दक्षिणा को देकर उतार दिया हो, मगर देखना होगा कि अब मैडम किस तरह से बच्चों के भविष्य को बेहतर करने का प्रयास करेंगी. फिलहाल, इस मामले में कोई एक्शन अब तक नहीं हो पाया है. वहीं, ग्रामिणों का आरोप हे कि स्कूल में पानी भरने की शिकायत कई बार की गई है, मगर कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Mathura news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 27, 2022, 13:09 IST
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