Rahul Dravid Son: भारतीय क्रिकेट इतिहास में राहुल द्रविड़ का नाम महान खिलाड़ियों में शामिल किया जाता है. अपनी जबरदस्त बल्लेबाजी के लिए मशहूर द्रविड़ ने कोचिंग करियर में भी कमाल किया. उन्होंने आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई. द्रविड़ की कोचिंग में टीम इंडिया ने इस साल टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. भारत 2013 के बाद पहली बार कोई आईसीसी ट्रॉफी जीतने में सफल हुआ.
गंभीर ने ली द्रविड़ की जगह
टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद राहुल द्रविड़ ने भारत के मुख्य कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद गौतम गंभीर को यह जिम्मेदारी सौंपी गई, जो वर्तमान में आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम को तैयार कर रहे हैं. राहुल द्रविड़ अपने अनुशासन के लिए जाने जाते थे और प्रशंसकों के लिए उनकी विरासत को भूलना मुश्किल होगा. अब समय आ गया है कि क्रिकेट में द्रविड़ की विरासत को उनके बेटे समित द्रविड़ आगे बढ़ाएं.
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ऑक्शन में 50 हजार रुपये में बिके समित
समित द्रविड़ ने कर्नाटक में महाराजा टी20 लीग 2024 के दूसरे मैच में डेब्यू किया है. वह मैसूर वॉरियर्स टीम का हिस्सा हैं. जूनियर द्रविड़ इस टूर्नामेंट में बतौर ऑलराउंडर खेल रहे हैं. टूर्नामेंट से पहले ऑक्शन के दौरान उनके ऊपर 50,000 रुपये की बोली लगी थी. महाराजा टी20 लीग 2024 युवा ऑलराउंडर के लिए अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने और खुद को बड़े मंचों के लिए फिट घोषित करने के लिए एक बेहतरीन मंच के रूप में काम कर सकता है. समित द्रविड़ ने पहले भी क्लब और स्कूल स्तर के क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन से सुर्खियाँ बटोरी हैं. अब समय आ गया है कि वह खुद को खेल के पेशेवर स्तर के योग्य साबित करें.
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पहले मैच में फेल हो गए समित
समित से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन अपने पहले मैच में वह केवल 7 रन बना सके. मैच में मैसूर वॉरियर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 159 रन बनाए. मनोज भंडगे ने 16 गेंदों पर 42 रनों की नाबाद पारी खेली. बारिश के कारण मैच को बीच में रोकना पड़ा और डकवर्थ लुईस नियम के तहत नम्मा शिवामोगा को 9 ओवर में 88 रन का लक्ष्य मिला. नम्मा शिवामोगा की टीम 5 विकेट खोकर केवल 80 रन ही बना सकी. इस जीत के साथ मैसूर वॉरियर्स टूर्नामेंट में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है.
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समित से हैं काफी उम्मीदें
समित ने हालांकि अपने पहले मैच कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि उनके पास काफी क्षमता है. आने वाले समय में उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है.