रिपोर्ट: सौरभ वर्मारायबरेली जल्द ही अपनी ऐतिहासिक विरासत से आम लोगों को रूबरू कराएगा. इसके लिए यहां के शहीद स्मारक पर एक आधुनिक म्यूज़ियम बनाने की कवायद शुरू हो गई है. शहीद स्मारक रायबरेली का वह स्थान है जिसे दूसरा जलियांवाला बाग कहते हैं. यहां अंग्रेजों ने प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों किसानों को सई नदी के तट पर गोलियों से छलनी कर दिया था. कहते हैं 1921 की इस घटना में सई नदी का रंग खून से लाल हो गया था.इन्हीं शहीदों और यहां से जुड़े अन्य ऐतिहासिक यादों को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए सई नदी के तट पर एक म्यूजियम बनाया जाएगा.इतना ही नहीं,यहीं बने शहीद स्तंभ से लगे हुए भारत माता मंदिर को भी भव्य स्वरूप देने की योजना है.यह सब संभव हो पा रहा है सीएम योगी आदित्यनाथ की उस सोच के ज़रिए जिसमें उन्होंने कहा था कि हमें अपने शहीदों और इतिहास याद करना चाहिए.गौरतलब रहे कि बीते अगस्त माह में सीएम योगी आदित्यनाथ रायबरेली के गौरव और 1857 की क्रांति के नायक राणा बेनी माधव की जयंती पर यहां आए थे.उस समय ही उन्होंने कहा था कि रायबरेली के इतिहास को आम लोगों के सामने लाने की जरूरत है.उसके बाद से ही जिला प्रशासन इसे मूर्त रूप देने की कार्य योजना बना रहा था.इसे लेकरजिलाधिकारी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर शहीद स्मारक स्थल के सौंदर्यीकरण से लेकर म्यूजियम बनाने की योजना है.वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए एडीएम प्रशासन रायबरेली अमित कुमार ने बताया कि जिले के मुंशीगंज चौराहे के पास स्थित शहीद स्मारक के सौंदर्यीकरण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रस्ताव पर चर्चा की गई है.साथ ही कहा कि आम जनमानस को आजादी के वीर नायकों की जीवन गाथा से रूबरू कराने के लिए सरकार के निर्देश पर जिले में स्थित सांस्कृतिक स्थलों एवं धरोहरों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 16, 2022, 09:48 IST
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