प्यार में पागल हुआ ‘गजराज’, हथिनियों के लिए तोड़ दी जंजीरें, हाथी को मनाने में जुटी वन विभाग की टीम

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प्यार में पागल हुआ 'गजराज', हथिनियों के लिए तोड़ दी जंजीरें, हाथी को मनाने में जुटी वन विभाग की टीम

लखीमपुर खीरी. अब तक आपने इंसानों की प्रेम कहानियां कई बार सुनी होगी. मगर शायद ही पहले कभी किसी जानवर की प्यार में पागल होने की कहानी सुनी हो. लखीमपुर खीरी के दुधवा टाइगर रिजर्व में एक हाथी प्यार में पागल हो गया है. हाथी को हथिनी से प्यार हो गया है. प्यार में पागल हाथी गजराज ने मजबूत लोहे की बेड़ियों को तोड़कर हथिनियों के पीछे जंगल में भाग गया है. आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है.

दरअसल मामला लखीमपुर खीरी के सलूकापुर बेस कैंप का है. जहां पर दुधवा के पालतू हाथी के साथ 6 वर्ष का गजराज भी रहता था. लेकिन इन दिनों गजराज पर प्रेम का भूत सवार है. उसने पार्क प्रशासन के द्वारा पहनाई गई लोहे की मजबूत जंजीरों को तोड़ दिया है. जिसके बाद गजराज हथिनियों के प्यार में जंगल के अंदर फरार हो गया है. गजराज के जंगल में फरार होने की सूचना पर पार्क प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में पार्क प्रशासन के महावत और कर्मचारी गजराज की खोज में लग गए हैं.

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उन्होंने गजराज को जब जंगल में देखा तो, उसे वापस ले जाने के लिए उसके मनपसंद केले गुड़ और चने खिलाए. बहला-फुसलाकर वापस सलूखापुर कैंप लाने की कोशिश की. लेकिन वह सब कोशिश प्रेम में दीवाने गजराज को वापस बेस कैंप लाने में कामयाब नहीं हो पाई. पार्क प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है गजराज को किसी तरीके से वापस ला सके. लेकिन गजराज वापस आने के मूड में नहीं लग रहा. बताते चले कि गजराज के पास में पहले चर हथिनियों को भी बांधकर रखा गया था, लेकिन जब उन्हें जंगल की ओर चराने के लिए ले जाया गया, तो गजराज भी जंजीरे तोड़ उनके पीछे-पीछे भाग गया.

दुधवा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर टी रंग राजू ने बताया कि जब किसी नर हाथी के टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस बढ़ जाते हैं, तो वह मीटिंग के लिए उतावला हो जाता है. धीरे-धीरे वह अपना आपा खो देता है. गजराज के उत्तेजित होने की सूचना के बाद बेस कैंप में मौजूद मादा हथनी चंपाकली और रूपकली को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया था. उसके बाद गजराज बेकाबू हो गया और जंजीरों को तोड़कर जंगल की तरफ भाग गया. हम लोग प्रयास कर रहे हैं जल्द से जल्द उसको बेस कैंप में ले आएंगे. गजराज की यह मोहब्बत की दास्तान पार्क प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है. लगातार प्रशासन दीवाने बने गजराज को वापस घर लाने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहा है लेकिन कामयाब नहीं हो पा रहा.

वहीं दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ललित वर्मा ने बताया कि दुधवा टाइगर रिजर्व में इस समय नर और मादा, कुल मिलाकर 25 हाथियों का परिवार रहता है. इस परिवार में 6 वर्षीय गजराज नाम का यह हाथी सभी का दुलारा है. हाथी एक पारिवारिक पृष्ठभूमि में रहने वाला जानवर है. अधिक दुलार के चलते गजराज जिद्दी किस्म का हो गया है. जो यह जिद कर लेता है उसको पूरा करके ही मानता है. लेकिन हम हर तरीके की कोशिश कर रहे हैं जल्द से जल्द रूठे हुए गजराज को बेस कैंप ले आए. गजराज के दीवानेपन की चर्चा हर जगह की जा रही है.
Tags: Lakhimpur News, UP newsFIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 23:35 IST

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