संकेत मिश्रलखनऊ. पीडब्ल्यूडी विभाग में ऐसे कई इंजीनियर हैं, जिनको रसूख के दम पर एक जगह अधीक्षण अभियंता का चार्ज दिया गया तो इस चार्ज वाले स्थल से 400 किलोमीटर दूर दूसरी जगह पर अधिशाषी अभियंता का भी एकस्ट्रा चार्ज दे रखा है. कार्यक्षेत्र में इतनी बड़ी दूरी और कई इंजिनियर को डबल और ट्रिपल मनमाना चार्ज मिल रखा है. दरअसल पीडब्ल्यूडी विभाग में पद के मुकाबले इंजीनियर कम हैं, लेकिन कई इंजीनियर अपने विभाग पीडब्ल्यूडी में रुकने की बजाए दूसरे विभागों में डेपुटेशन पीरियड खत्म होने के बाद भी जमे हैं. इसकी वजह से विभाग में इंजीनियरों की कमी है. वहीं कई इंजीनियरों की इस कमी की आड़ में अफसरों की सरपरस्ती में मनचाही जगह पर जमे हैं.
वहीं निर्माण निगम में एमडी का रिटायरमेंट है. उनकी जगह निर्माण निगम को नया एमडी मिलना तय माना जा रहा है. इसी तरह दो ईएनसी अरविंद श्रीवास्तव, राकेश सक्सेना भी रिटायर हो रहे हैं. पीडब्ल्यूडी में एनएच के नए चीफ और सेतु निगम में एमडी के पद पर भी तैनाती होनी है. वहीं निर्माण निगम में डेपुटेशन पूरा होने के बाद भी जमे पॉलिटेक्निक के शिक्षक जितेंद्र मौर्या जो कि जीएम के डबल चार्ज पर तैनात हैं. निर्माण निगम के इतिहास में ऐसी तैनाती कभी नहीं हुई थी. वहीं निर्माण निगम में 42 से ज्यादा डिप्यूटेशन पर तीन साल से ज्यादा तैनात इंजीनियर भी हटेंगे.
चौंकाने वाले चार्ज पर ये इंजीनियर एनके यादव प्रतापगढ़ में एसी हैं. इसके अलावा इनको तीन सौ किमी दूर लखीमपुर में डिवीजन का भी चार्ज दे रखा है. ऐसे में प्रतापगढ़ से तीन सौ किमी लखीमपुर का चार्ज संभालना कैसे संभव हो सकता है. इसके अलावा बीएल सिंह अधीक्षण अभियंता के पद पर हैं. इनके पास झांसी में अधीक्षण अभियन्ता का चार्ज है, इसके अलावा महोबा में अधीक्षण अभियन्ता का चार्ज है. यही नहीं झांसी के दो डिवीजन के भी चार्ज पर हैं, जिस पर अधिशाषी अभियंता को होना चाहिए. यानी कि एक अधीक्षण अभियन्ता पर चार जगहों के चार्ज हैं.
वहीं डीबी सिंह अधीक्षण अभियंता के पद पर हैं. इनके पास एनएच लखनऊ के एसी, एनएच प्रयागराज के एसी का चार्ज है. यही डीबी सिंह सुल्तानपुर में अधिशाषी अभियन्ता के भी चार्ज पर हैं. अधीक्षणअभियंता एके द्विवेदी के पास मिर्जापुर और प्रयागराज दो जगह सुप्रीटेंडेंट की ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं. अधीक्षण अभियंता विजय कनौजिया के पास प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सुप्रीटेंडेंट और कानपुर में अधीक्षण अभियंता का चार्ज है. अधीक्षण अभियंता ओपी सोनकर के पास लखनऊ और उन्नाव के एसी का चार्ज है. इसी तरह मुख्य अभियन्ता मध्य क्षेत्र आरके हरदहा पर भी लापरवाही समेत कई आरोप हैं. ऐसे कई इंजीनियर पर एक से अधिक चार्ज हैं. वहीं कई इंजीनियरों की वजह से पीडब्ल्यूडी की छवि खराब हुई. इनका हटना तय माना रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Pwd, UP newsFIRST PUBLISHED : June 20, 2022, 08:51 IST
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