रिपोर्ट: सृजित अवस्थी
पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बीते कुछ दिनों में तेंदुए की आबादी में चहलकदमी के तमाम मामले सामने आ चुके हैं. हाल ही में आबादी में आए तेंदुए को भीड़ द्वारा हाथ में लाठी डंडे ले कर खदेड़ने का वीडियो सामने आया था. एक्सपर्ट्स इसके पीछे का प्रमुख कारण जंगल की जमीन पर अवैध कब्जों को मानते हैं.
दरअसल, पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बीते कुछ सालों में वन्यजीवों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. ऐसे में वन्यजीवों के आबादी के बीच आ जाने की घटनाएं भी आम हो गई है. अगर बीते कुछ दिनों की ही बात की जाए तो ऐसे तमाम मामले देखे गए हैं.
17 अप्रैल को पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में एक तेंदुआ कुत्तों के झुंड से घबरा कर घंटो पेड़ पर बैठा रहा था. वहीं 26 अप्रैल को पीलीभीत के गजरौला इलाके में दो अलग अलग इलाकों में तेंदुए के आबादी में आने की घटना सामने आई. 27 अप्रैल को तेंदुए के हमले में कुछ ग्रामीणों के घायल होने की खबर सामने आई.
ये है इन घटनाओं के पीछे का कारणपीलीभीत में लगातार बढ़ रही इस प्रकार की घटनाओं के कारणों पर बात करते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व पर अच्छी पकड़ रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार केशव अग्रवाल ने बताया कि बीते कुछ सालों में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में तेंदुए जंगल से बाहर होते जा रहे हैं. आबादी के बीच इन्हें आसान शिकार उपलब्ध हो जाता है. ऐसे में यह वहीं डेरा जमाए रहते हैं.
वहीं दूसरी ओर जंगल में हज़ारों हेक्टेयर जमीन पर अवैध रूप से कब्जे हैं. जिस कारण से जंगल सिकुड़ता जा रहा है. अगर इस ओर ध्यान दिया जाए तो ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Pilibhit news, UP newsFIRST PUBLISHED : April 28, 2023, 21:04 IST
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