प्रयागराज. नैनी सेंट्रल जेल में बंद प्रयागवाल सभा के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्र मिश्र की शुक्रवार को मौत हो गई. वर्ष 2019 में हुए मारपीट के एक पुराने मामले में वह नैनी जेल में बंद थे. मिश्र के परिजनों ने उनकी मौत को लेकर जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिवार का आरोप है कि उन्होंने जेल प्रशासन से अस्पताल में भर्ती कराने की गुहार लगाते रहे, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई.
दरअसल मारपीट के इस मामले में जमानती वारंट जारी होने के बाद प्रकाश चंद्र मिश्र ने 7 जून को कोर्ट में समर्पण किया था. कोर्ट ने यहां उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी थी, जिसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में लेकर नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया था.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, तीर्थपुरोहितों की संस्था प्रयागवाल सभा के अध्यक्ष प्रकाश चंद्र मिश्र को नैनी सेंट्रल जेल के बैरक नंबर 6 में रखा गया था, जहां वह शुक्रवार दोपहर बेहोश पड़े मिले थे, जिसके बाद जेल प्रशासन ने उनको आनन-फानन में एंबुलेंस से एसआरएन अस्पताल भिजवाया. हालांकि चिकित्सकों ने यहां उन्हें मृत घोषित कर दिया. 70 वर्षीय प्रकाश चंद्र का दारागंज घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा.
मिश्र के परिजनों का कहना है कि उनकी तबीयत पहले से ही खराब रहती थी. जेल जाने के कारण उनको जरूरी इलाज और दवाएं नहीं मिल पा रही थीं. उन्होंने जेल प्रशासन ने उनको अस्पताल में भर्ती कराने का आग्रह किया था, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई. इस कारण शुक्रवार की दोपहर उनकी हालत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई.
वहीं परिजनों के आरोपों पर डीआईजी जेल ने इस मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है. उनका कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Jail, Prayagraj News, UP policeFIRST PUBLISHED : June 11, 2022, 08:34 IST
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