Last Updated:January 13, 2025, 18:19 ISTKashi Vishwanath Temple New Rules: प्रयाग महाकुंभ में स्नान के बाद अगर आप भी प्रयागराज से वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको काशी विश्वनाथ मंदिर की नई गाइडलाइन को जान लेना चाहिए. ये नियम 13 जनवरी से लेकर 28 फरवरी…और पढ़ेंवाराणसी : संगम नगरी प्रयागराज में आज से महाकुंभ का शुभारंभ हो चुका है. आज पौष पूर्णिमा पर आज पहला स्नान चल रहा है. सूत्रों के अनुसार शाम 4 बजे तक प्रयाग के 44 घाटों पर 1.5 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं. इस दौरान भक्तों पर हेलिकॉटर से 20 क्विंटल फूलों की वर्षा की गई. महाकुंभ के आगाज के बाद काशी में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. इस बीच यदि आप भी महाकुंभ में स्नान के बाद काशी विश्वनाथ के दर्शन का प्लान बना रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है. महाकुंभ को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने कुछ जरूरी नियम लागू किए हैं. जिसके तहत पूरे महाकुंभ के दौरान स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है.
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि प्रयाग महाकुंभ-2025 के आयोजन को लेकर काशी में भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. जिसके तहत मंदिर न्यास ने भक्तों की सुविधा के लिए कुछ जरूरी बदलाव किए हैं.
टिकट बिक्री पर भी रोकइन बदलावों के तहत प्रयाग महाकुंभ-2025 के दौरान यानी 13 जनवरी से लेकर 28 फरवरी 2025 तक काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन पूरी तरह से बंद रहेगा. इसके अलावा मंगला आरती को छोड़ अन्य सभी आरती के दौरान भी भक्त बाबा विश्वानाथ के झांकी दर्शन कर पाएंगे.इतना ही नहीं मंगला आरती को छोड़ अन्य सभी आरती के टिकट की बिक्री भी मंदिर न्यास ने रोक लगा दी है.
वीआईपी दर्शन का टाइम फिक्सइसके अलावा वीआईपी दर्शन के लिए भी समय सीमा तय की गई है. दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक ही सिर्फ वीआईपी लोगों को दर्शन कराया जाएगा. इस दौरान भी स्पर्श दर्शन प्रतिबंधित रहेगा. विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि बीच बीच भक्तों की भीड़ और उनकी सुविधा को देखते हुए मंदिर न्यास अन्य फैसले लेगा. जिसमे नियमों में छूट देने का भी प्रवाधान है.
Location :Varanasi,Uttar PradeshFirst Published :January 13, 2025, 18:19 ISThomeuttar-pradeshप्रयाग महाकुंभ में स्नान के बाद करना चाहते हैं काशी विश्वनाथ में दर्शन?