Paralympic 2024: भारत के मेडल जीतने का सिलसिला जारी है. 6 सितंबर को प्रवीण कुमार ने भारत की झोली में एक और पदक डाल दिया है. प्रवीण ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा. पेरिस पैरालिंपिक में भारत का यह 26वां मेडल है. प्रवीण ने 2.08 मीटर की कूद से एशिया में बड़ा रिकॉर्ड कायम किया. एशिया में यह किसी पैरालिंपिक टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है.
नोएडा के रहने वाले हैं प्रवीण
प्रवीण उत्तर प्रदेश के नोएडा से ताल्लुक रखते हैं. मरियप्पन थंगावेलु के बाद पैरालिंपिक टूर्नामेंट की ऊंची कूद प्रतिस्पर्धा में प्रवीण गोल्ड मेडल जीतने वाले दूसरे एथलीट बने. प्रवीण ने ये कारनामा टी54 श्रेणी में किया है. इसमें वो खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जो एक पैर के साथ इस प्रतिस्पर्धा का हिस्सा बनें.
टोक्यो में सिल्वर मेडल जीत चुके प्रवीण
पैरालिंपिक में अमेरिका के डेरेक लोकिडेंट को 2.06 मीटर की जंप के साथ सिल्वर मेडल से संतुष्ट होना पड़ा. वहीं, उज्बेकिस्तान के एथलीट टेमुरबेक गियाजोव ने 2.04 मीटर की छलांग लगाई और ब्रॉन्ज मेडल अपने नम किया. यह पहली बार नहीं है जब प्रवीण ने बाजी मारी है. उन्होंने टोक्यो में सिल्वर मेडल जीता था. उन्होंने अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ एशिया में बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है.
भारत के खाते छठा गोल्ड
भारत ने पेरिस पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल की झड़ी लगा दी है. भारत की पोटली में अब कुल 26 मेडल हो चुके हैं. जिसमें 6 गोल्ड मेडल, 8 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज मेडल हैं. प्रवीण से पहले अवनि लेखरा (शूटिंग), नितेश कुमार (बैडमिंटन), सुमित अंतिल (एथलेटिक्स), हरविंदर सिंह (तीरंदाजी) और धर्मबीर (एथलेटिक्स) गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.