अमित सिंह/प्रयागराज. संगम नगरी प्रयागराज में पर्यावरण संरक्षण के प्रति अब विशेष रूप से तेजी बढ़ती जा रही है.इस क्रम में महाकुंभ से पहले प्रयागराज की सड़कों पर सूर्य की किरणों से चार्ज होने वाली बसों को सड़कों पर दौड़ाया जाएगा. यानी डीजल युक्त धुंआ फैलाने वाली बसों को बंद करने की पूरी योजना बनी है. डीजल की बचत कर रही इलेक्ट्रिक बसें पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अब और आगे बढ़ने वाली हैं. इनके लिए अब चार्जिंग पर खर्च होने वाली बिजली सौर ऊर्जा से प्रदान की जाएगी. पारंपरिक ऊर्जा स्रोत की आवश्यकता नहीं होगी. यानि उर्जा के लिए सोलर प्लांट लगाया जाएगा.धूप में यह पैनल सोलर एनर्जी को विजली में बदल कर बैटरी में स्टोर करेंगे साथ ही बसों को चार्ज कर बिजली की बचत कर राजस्व की बचत और पर्यावरण संरक्षण का काम करेंगे.नैनी में इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन पर सोलर प्लांट लगाने की प्रक्रिया महाकुंभ तक पूरी हो जाएगी. दूसरे चरण में गंगा पार बेला कछार में बनने वाला चार्जिंग स्टेशन भी इसी प्रक्रिया से जुड़ेगा. इससे विद्युत फाल्ट होने पर भी बसों को चार्ज न कर पाने की समस्या से निजात मिलेगा, कार्बन उत्सर्जन घटेगा.पुरानी डीजल बसों का परिचालन होगा बंदसिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के निदेशक एनके त्रिवेदी ने बताया कि इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन पर सोलर प्लांट के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है. सौर ऊर्जा से बसे चार्ज हो होंगी . 2009 में डीजल बसे प्रयागराज में चलना शुरू हुई थी यह आयु पूरी कर चुकी हैं. धुआं उगलते हुए बसों को पर्यावरण संरक्षण के लिए बंद कर दिया गया है..FIRST PUBLISHED : June 07, 2023, 14:55 IST
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