अमित सिंह/प्रयागराज : ब्रिटिश महारानी विक्टोरिया का प्रयागराज से बहुत गहरा संबंध है. इतना कि शहर को एक दिन के राजधानी बनाने के लिए अहम भूमिका रही. यही कारण है कि आजाद पार्क में विक्टोरिया मेमोरियल बना है. जो पार्क की शोभा बढ़ाने का काम कर रहा है.बात उन दिनों की है जब भारत पर ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन था. कंपनी के अत्याचार से तंग होकर भारत के लोगों ने बगावत कर दिया था. जिसके फलस्वरूप 1857 की क्रांति हुई. इसकी जानकारी जब ब्रिटिश सरकार को हुई. तब महारानी विक्टोरिया ने शासन अपने हाथ में लेने का निर्णय लिया. उसके लिए ब्रिटिश सरकार की ओर से माफी मांगते हुए सत्ता हस्तांतरण का पत्र प्रयागराज भेजा गया.पत्र भेजकर मांगी गई थी माफीइतिहासकार योगेश्वर तिवारी के अनुसार सत्ता बदलने का यह पत्र एक प्रकार का भारत के लोगों से माफी मांगने का पत्र था. इस क्रांति के बाद सत्ता क्राउन यानी महारानी के पास पहुंच गया और विक्टोरिया ने एक दिन के लिए प्रयागराज को देश की राजधानी घोषित किया. तत्काल वायसराय लॉर्ड कैनिंग ने एक नवंबर 1858 को मिंटो पार्क में इस पत्र को पढ़कर सुनाया था , जिसमें अत्याचार के लिए माफी भी मांगी गई थी और सत्ता बदलने की बात भी कही गई. बाद में 1912 में देश की राजधानी को दिल्ली शिफ्ट किया गया.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : May 16, 2023, 14:05 IST
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