Pranayama Yoga: योग में प्राणायाम को काफी जरूरी और फायदेमंद माना जाता है. सांस यानी ऊर्जा को विस्तार करने की प्रक्रिया प्राणायाम माना गया है. जब यह ऊर्जा विभिन्न नाड़ियों और चक्रों से शुद्ध व प्रवाह रूप में गुजरती है, तो दिमागी व शारीरिक शांति प्राप्त की जा सकती है. इस आर्टिकल में हम प्राणायाम के विभिन्न प्रकारों और उनके फायदों के बारे में जानेंगे.
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Types of Pranayama Yoga: प्राणायाम के प्रकारप्राणायाम योग के मुख्य प्रकार 11 होते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं.
नाड़ी शोधन प्राणायाम (Nadi Shodhana Pranayama) – नाड़ी शोधन प्राणायाम करने से शरीर में प्राणों के प्रवाह की शुद्धि होती है.
शीतली प्राणायाम (Sheetali Pranayama) – शीतली प्राणायाम शरीर को ठंडक व शांति प्रदान करता है.
उज्जायी प्राणायाम (Ujjayi Pranayama) – उज्जायी प्राणायाम में सांसों व प्राण वायु को जीतने का अभ्यास किया जाता है. जिससे शरीर को जरूरी गर्माहट मिले.
कपालभाती प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) – कपालभाति प्राणायाम शरीर को शुद्ध करके दिमाग को तेज प्रदान करता है.
दीर्घ प्राणायाम (Dirgha Pranayama) – दीर्घ प्राणायम को मनुष्य की आयु बढ़ाने वाला माना जाता है.
भस्त्रिका प्राणायाम (Bhastrika Pranayama) – भस्त्रिका प्राणायाम फेफड़े, वायु मार्ग आदि को बिल्कुल साफ करके शरीर को गर्म रखने वाला होता है.
बाह्य प्राणायाम (Bahya Pranayama) – बाह्य प्राणायाम शरीर के अंदरुनी अंगों को साफ करने और ताकतवर बनाने में मदद करता है.
भ्रामरी प्राणायाम (Bhramari Pranayama) – भ्रामरी प्राणायाम नर्वस सिस्टम को शांत करने और अंतर्आत्मा से जोड़ने में मदद करता है.
उद्गित प्राणायाम (Udgeeth Pranayama) – उद्गित प्राणायाम में मंत्रों और तरंगों द्वारा शरीर व दिमाग को शांत किया जाता है.
अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Anulom-Vilom Pranayama) – अनुलोम-विलोम प्राणायाम से सभी नाड़ियों को शुद्ध करने में मदद मिलती है.
अग्निसार क्रिया (Agnisar Pranayama) – अग्निसार क्रिया प्राणायाम शरीर के अंदर गर्मी पैदा करके रोगों का नाश करता है.
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Pranayama Benefits: प्राणायाम करने के फायदेप्राणायाम करने से निम्नलिखित फायदे मिलते हैं. जैसे-
तनाव कम होता है.
नींद में सुधार होता है.
दिमागी शक्ति बढ़ती है.
ब्लड प्रेशर सुधरती है.
फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है.
ध्यान लगाने और याद करने की ताकत बढ़ती है.
नशे से दूरी बनती है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.