लखीमपुर खीरी. भारत के ग्रामीण इलाकों में पोल्ट्री फार्मिंग एक बेहतरीन व्यवसाय है. मौजूदा समय में पोल्ट्री फार्मिंग आमदनी का सबसे बेहतर विकल्प के तौर पर उभर कर सामने आया है. मुर्गी पालन से बड़ी संख्या में किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं.
कम लागत में भी इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं. लेकिन, थोड़ी सी लापरवाही से लाखों का नुकसान भी हो सकता है. मुर्गी पालकों को पशु एक्सपर्ट डॉ. नागेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने कुछ जरूरी टिप्स दिया है. इसकी मदद से नुकसान से बचा जा सकता है.
दो तरह की मुर्गियों के पालन से होगा अधिक फायदा
पशु एक्सपर्ट डॉ. नागेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने लोकल 18 को बताया कि लखीमपुर खीरी में युवा वर्ग ज्यादा मुर्गी पालन कर रहे हैं. इससे उनको कमाई भी हो रही है. उन्होंने बताया कि दो प्रकार की मुर्गियों का पालन करना बेहतर रहता है. इससे फायदा यह होता है कि अंडा उत्पादन से भी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि बदलते समय के साथ ही बाजार में अंडे एवं चिकन की बढ़ती मांग से मुर्गी पालन लोगों का प्रमुख कारोबार बनता जा रहा है. इस काम में लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता है. इसलिए, ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्र के लोग मुर्गी पालन की ओर रुख कर रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी मुर्गी पालन का बिजनेस करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कुछ बातों का खास खयाल रखना होगा.
मुर्गियों के वजन बढाने में कारगार है अजोला
पशु एक्सपर्ट डॉ. नागेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने लोकल 18 को बताया कि मुर्गी पालन का बिजनेस दो बातों पर निर्भर करता है. जिसमें मुर्गियों से मांस उत्पादन अंडे देने की क्षमता शामिल है. मुर्गियों के खानपान में बदलाव की मदद से ज्यादा अंडे और मांस ले सकते हैं. चारा वजन बढ़ाने में भी मददगार साबित होता है. आहार के रूप में अजोला का उपयोग करने से मुर्गियों का वजन तो बढ़ता ही है, साथ ही अंडा देने की क्षमता भी बढ़ जाती है. मुर्गियों को प्रतिदिन 20 से 30 ग्राम अजोला खिलाने से शरीर का वजन और अंडा उत्पादन की क्षमता 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. मुर्गियों के लिए अजोला बेहद फायदेमंद चारा है.
Tags: Agriculture, Lakhimpur Kheri News, Local18, Poultry Farm, UP newsFIRST PUBLISHED : September 21, 2024, 18:52 IST