Porcupine: इस मासूम जानवर से डरते हैं शेर और बाघ, 100 बार सोचने के बाद भी नही करते हमला

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Porcupine: इस मासूम जानवर से डरते हैं शेर और बाघ, 100 बार सोचने के बाद भी नही करते हमला

पीलीभीत. आमतौर पर बाघ या तेंदुए जैसे आक्रामक और मांसभक्षी जानवरों से अधिकांश प्रजाति के जानवर खौफ खाते हैं. लेकिन कुछ जंगली जीव ऐसे भी होते हैं जिनपर हमला करने से पहले बाघ और तेंदुए भी 100 बार सोचते हैं. ऐसा ही एक जानवर है सेही (porcupine) जिसे कई इलाकों में साही भी कहा जाता है. वैसे तो यह आक्रामक नहीं होता लेकिन इसके शरीर के कांटे इसे खतरनाक बना देते हैं.

जंगल का जीवन हम इंसानों के जीवन से बिलकुल उलट होता है. जहां हम ऐशोआराम के साथ जीते हैं. वहीं जंगल का जीवन केवल सर्वाइवल के लिए होता है. भगवान ने भले ही जीवों को बड़ा या छोटा आकार दिया हो लेकिन सबको अपने सर्वाइवल के लिए कुछ न कुछ गुर ज़रूर दिए हैं. ठीक ऐसा ही गुर प्रकृति ने साही को दिया है.

शाकाहारी जीव है साहीसाही की विशेषताओं पर अधिक जानकारी देते हुए वन्यजीव विशेषज्ञ व स्वतंत्र शोधकर्ता प्रांजलि भुजबल ने लोकल 18 को बताया कि साही का स्वभाव आक्रामक नही होता यह एक शर्मीला जानवर है. यह रात्रिचर होने के साथ ही साथ शाकाहारी जीव होता है. अमूमन यह अपना बिल बना कर उसने छिपकर रहता है और केवल भोजन के लिए बाहर निकलता है. इसकी पूंछ के हिस्से में कांटे होते हैं जो कठोर होते हैं. जैसे ही कोई बड़ा जानवर इसपर हमलावर होता है तो यह अपने बचाव में कांटों को खड़ा कर लेता है.

क्या कांटा फेक कर करता है हमला?प्रांजलि भुजबल ने बताया कि यह महज भ्रांति है कि साही कांटों को फेक कर हमला करता है. कई बार बाघ व तेंदुए जैसे वन्यजीव इसके शिकार के दौरान इसके कांटों से घायल हो जाते हैं. वहीं पंजों में कांटा लग जाने से उनके शिकार पर असर पड़ता है जो कि सीधे उनके सर्वाइवल से संबंधित होता है.साही की शारीरिक संरचना के मुताबिक इसके कांटो पर हल्का सा भी दाब पड़ने पर ये शरीर से अलग हो जाते हैं और दूसरे जानवर के शरीर में धंस जाते हैं.

भ्रांतियों के चलते बढ़ा शिकारप्रांजलि बताती हैं कि साही के कांटों कर लेकर काला जादू से लेकर इलाज तक के अंधविश्वास प्रचलित हैं. यही कारण है कि शिकारियों की नजर इन पर बनी रहती है और इस मासूम से जानवर का शिकार होता है. लोगों को वन्यजीवों के पर्यावरण के महत्व को समझना चाहिए. वहीं इन अंधविश्वासों से बचना चाहिए.
Tags: Local18, OMG News, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : October 7, 2024, 20:15 IST

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