वसीम अहमद/अलीगढ़. प्रत्येक व्यक्ति अपने रोज़गार की शुरुआत भगवान के नाम से करता है. अपनी दुकान में भगवान की तस्वीर लगा कर भगवान की पूजा करता है और रोज़गार में तरक्की की कामना करता है. वहीं, अलीगढ़ के जीतेंद्र कुमार अपनी दुकान में अलीगढ़ के पूर्व डीएम इंद्र विक्रम सिंह की तस्वीर लगाते हैं. उनकी रोज पूजा करते हैं. उनका आशीर्वाद लेकर ही रोज़ रोज़गार शुरू करते हैं.
दरअसल, अलीगढ़ डीएम कार्यालय के गेट पर स्टांप बेचने का कार्य करने वाले जितेंद्र विकलांग हैं और अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए एक छोटी सी दुकान चलाते हैं, जहां स्टांप बेचने का कार्य करते हैं. जितेंद्र के शुरुआती दौर में परिवार के भरण-पोषण के लिए उनकी विकलांगता आड़े आ रही थी. इस दौरान वर्ष 2012 में इंद्र विक्रम सिंह एडीएम फाइनेंस के रूप में अलीगढ़ में तैनात थे.
तब जितेंद्र के पास रोजगार की कमी थी और वह रोजगार करने के लिए सरकारी मदद की आस लेकर पहुंचे, मगर वहां पर एडीएम फाइनेंस ने उन्हें रोजगार के रूप में स्टांप विक्रेता का लाइसेंस दे दिया, जिसके बाद जितेंद्र को रोजगार मिल गया. बस इसी दिन से उन्होंने इंद्र विक्रम सिंह को भगवान के रूप में मानना शुरू कर दिया.
मेरी जिंदगी बदल गई
जानकारी देते हुए जितेंद्र बताते हैं कि अलीगढ़ मे पूर्व में तैनात रहे डीएम इंद्र विक्रम सिंह गरीब तबके और असहाय लोगों व उनकी समस्या को बखूबी समझते थे. ऐसे लोगों की जिलाधिकारी दिल से मदद भी करते थे. उनका स्वभाव बहुत अच्छा था. बताया, जब मैं बेरोजगार था उस दौरान वह अलीगढ़ में एडीएम फाइनेंस थे. जब मैं उनके पास सहायता के लिए पहुंचा, तब उन्होंने मुझे रोजगार के लिए स्टांप विक्रेता का लाइसेंस इश्यू करवा दिया. आज उन्हीं की देन से मेरे परिवार का भरण पोषण चलता है. इसलिए मै अपनी दुकान खोलने से पहले भगवान रूपी मानव का आशीर्वाद लेता हूं. बतादें कि एडीएम फाइनेंस बाद इंद्र विक्रम सिंह अलीगढ़ के जिलाधिकारी बने थे. बाद में उनका तबादला हो गया था.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 14:46 IST