आशीष त्यागी/ बागपत. कहा जाता है कि अगर मेहनत सच्ची लगन और दिल से की जाए तो मंजिल पाना मुश्किल नहीं है. बागपत में एक भाई-बहन ने विषम परिस्थितियों में सफलता की इबारत लिखी है. जहां हादसे के चलते पिता के साथ पूरे परिवार के जीवन में अंधेरा ला दिया. वहीं बेटा-बेटी ने मेहनत करते हुए सरकारी नौकरी प्राप्त कर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है. परिवार की आर्थिक स्थिति नाजुक होने के बाद भी कठिन दौर से गुजरते हुए युवक ने उत्तर प्रदेश पुलिस में स्थान प्राप्त किया है और सिपाही के पद पर तैनात हुए. वहीं उनकी बहन भी नर्स के पद पर चयनित हुई.
बागपत कस्बे के रहने वाले विकास कुमार के पिता रामचंद्र की हादसे में आंखों की रोशनी चली गई थी. युवक की माता द्रोपती देवी ने अपने बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी उठा ली. युवक विकास कुमार और उनकी बहन ज्योति दोनों की जिम्मेदारी उनकी मां द्रोपती देवी ने बखूबी निभाई. उनकी मां ने धोबी का काम करके दोनों बच्चों की परवरिश में किसी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ी.
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मां के साथ काम में हाथ बंटाते थे दोनों भाई-बहन
विकास कुमार की मां द्रोपती देवी बताती हैं कि जब वह धोबी का काम करती थी. तब उनके दोनों बच्चे उनके साथ काम करते थे. विकास घर-घर जाकर कपड़े लाता था और धुलाई व प्रेस करने के बाद घर-घर वापस पहुंचाता था. धुलाई में उसकी बहन ज्योति अपनी मां की मदद करती थी. अपनी मां का काम करने के बाद दोनों बच्चे स्कूल जाते थे.
बहन-भाई एक साथ सरकारी जॉब में हुए सेलेक्ट
जहां विकास कुमार का कड़ी मेहनत के बाद सिपाही के पद में चयन हुआ. वहीं उनकी बहन भी सरकारी नर्स के पद पर चयनित हुई. दोनों का सिलेक्शन होने के बाद परिवार के साथ स्थानीय लोगों ने भी उनका उत्साहवर्धन किया. स्थानीय लोगों का कहना है कि इतनी कड़ी मेहनत करके बच्चे कामयाब हुए हैं. पूरे कस्बा और जनपद का नाम रोशन किया है.
अन्य बच्चों के लिए भी आइडल हैं विकास कुमार
विकास कुमार कहते हैं कि अगर कड़ी मेहनत से किसी भी काम की तैयारी की जाए तो स्थिति जो भी हो सफलता जरुर हासिल होती है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता द्रोपती देवी और गुरु अमित विकल को दिया है.
.Tags: Baghpat news, Local18, Success Story, UP newsFIRST PUBLISHED : August 26, 2023, 23:56 IST
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