पीलीभीत. पीलीभीत टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र शुरू होने को है. ऐसे में वन्यजीव प्रेमियों को इसका बेसब्री से इंतजार है. तो वहीं वन विभाग भी इसको लेकर तैयारियों में जुटा हुआ है. हाल ही में हुई बैठक में जंगल की सैर के शौकीनों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. इस सत्र टाइगर सफारी के फीस में कोई बृद्धि नहीं हुई है.दरअसल, पीलीभीत में सूबे के वन राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में बाघ संरक्षण फाउंडेशन की बैठ हुई थी. जिसमें पीलीभीत टाइगर रिजर्व के आय-व्यय से जुड़े तमाम अहम फैसले लिए गए हैं. बैठक में ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व में सफारी के फीस को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया था जिसे नकार दिया गया. ऐसे में जंगल की सैर के शौकीन पहले जितने दामों में ही जंगल की सैर कर सकेंगे.इतना करना होगा खर्चघने साल के जंगल और नदियों व नहरों के बीच बाघ समेत तमाम वन्यजीवों के दीदार का अनुभव अपने आप में काफी रोमांच भरा होता है. अगर आप भी पर्यटन सत्र 2024-25 में पीलीभीत टाइगर रिजर्व पहुंच कर टाइगर सफारी करने का प्लान बना रहे हैं तो इसके लिए आपको जेब पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा. अगर आप शहर के नेहरू पार्क से सफारी वाहन बुक करेंगे तो आपको 5000 रुपए अदा करने होंगे. वहीं प्रति व्यक्ति यह शुल्क 1000 रुपए है. पीटीआर के मुस्तफाबाद गेट से सफारी वाहन बुकिंग के 4000 रुपए वहीं प्रति व्यक्ति 800 रुपए. सफारी बुकिंग के दौरान 100 रुपए का सेवा शुल्क भी पर्यटकों को देना होगा.तेजी से बढ़ रहा है बाघों का कुनबा पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी हुई है. 2006 में 4 बाघों से शुरू हुआ आंकड़ा आज 70 के भी पार पहुंच गया है. ऐसे में अन्य अभ्यारणों की अपेक्षा पीलीभीत टाइगर रिजर्व में टाइगर के दीदार होने की संभावनाएं बहुत अधिक रहती हैं. आए दिन इससे जुड़े तमाम वीडियो भी सामने आते रहते हैं. यही कारण है बीते कुछ सालों में पीलीभीत टाइगर रिजर्व को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फेमस हुआ है.FIRST PUBLISHED : October 4, 2024, 20:02 IST