पीलीभीत. अगले माह से पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. वर्तमान में पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में दाखिल होने के लिए 2 एंट्री प्वाइंट का इस्तेमाल किया जाता है. शहर से महज 15 किलोमीटर दूर स्थित गेट नंबर- 01 सुविधाओं के अभाव से जूझ रहा है. ऐसे में अधिकांश सैलानी पीलीभीत टाइगर रिजर्व की सैर के लिए मुस्तफाबाद गेट का रुख करते हैं.पीलीभीत टाइगर रिजर्व उत्तर प्रदेश के प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य में से एक है. यहां के बाघ देश-दुनिया के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. बीते सालों पीलीभीत टाइगर रिजर्व आने वाले पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अगर पर्यटन सत्र 2023-24 के आंकड़ों को देखें तो पर्यटन सत्र के दौरान कुल 54,378 सैलानियों की आमद पीलीभीत में दर्ज की गई थी. वहीं इन सैलानियों से विभाग को तकरीबन 1 करोड़ 36 लाख की आमदनी भी हुई थी. वहीं इस पर्यटन सत्र इससे भी अधिक सैलानियों के आने की उम्मीद जतायी जा रही है.40 किलोमीटर दूर है मुस्तफाबाद गेटआपको बता दें कि वर्तमान में पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में टाइगर सफारी करने के लिए 2 एंट्री प्वाइंट मौजूद हैं. पहला महोफ गेट (नं. 01) वहीं दूसरा मुस्तफाबाद गेट (गेट नं. 02). महोफ गेट जिला मुख्यालय के नजदीक है, तो वहीं मुस्तफाबाद गेट जिले के कलीनगर तहसील के समीप स्थित है. अगर सैलानियों के लिहाज से देखें तो महोफ गेट पहुंचना उनके लिए अधिक सहज है. क्योंकि इस गेट की जिला मुख्यालय से दूरी महज 15 किलोमीटर है. वहीं मुस्तफाबाद गेट की जिला मुख्यालय से दूरी लगभग 40 किलोमीटर है. लेकिन पर्यटन के लिहाज़ से सभी सुविधाओं को मुस्तफाबाद गेट में ही विकसित किया गया है.महोफ गेट से पर्यटकों ने किया किनाराअगर गेट नंबर 01 महोफ की बात करें तो यहां न तो पार्किंग की उचित सुविधा है न ही कैंटीन या वेटिंग रूम, ऐसे में अधिकांश सैलानी सुविधाओं के अभाव में महोफ गेट से किनारा कर लेते हैं. विभागीय सूत्रों की मानें तो मुस्तफाबाद गेट पर अधिक सुविधाएं विकसित करने का एक कारण यह भी माना जा रहा है कि वहां वन विभाग से संबंधित लोगों के तमाम रिजॉर्ट व होटल संचालित हो रहे हैं. ऐसे में तत्कालीन अधिकारियों का ध्यान मुस्तफाबाद गेट पर ही केंद्रित रहा.अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि आगामी पर्यटन सत्र को लेकर तैयारियां की जा रही है. पर्यटकों के लिए अधिक से अधिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी.FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 21:23 IST