पीलीभीत. बीते तकरीबन एक साल से पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज से सटे इलाकों में इंसानों और जंगली जानवरों के संघर्ष की घटनाओं का हॉटस्पॉट बना हुआ है. बीते एक साल में लगातार हुई घटनाओं के बाद माला रेंज से एक बाघ को रेस्क्यू भी किया गया था. रेस्क्यू के बाद इलाके के लोगों ने चैन की सांस ली ही थी इतने में एक बाघ ने फिर से इलाके में दस्तक दे दी है. बाघ का धान के खेतों में चहलकदमी करते हुए एक वीडियो सामने आया है.पिछले कुछ महीनों से पीलीभीत टाइगर रिजर्व के माला रेंज से सटे मथना जब्ती और बांसखेड़ा इलाकों में एक बाघ की लगातार मौजूदगी देखी जा रही थी. 9 सितंबर को बांसखेड़ा इलाके में एक किसान की बाघ के हमले में मौत हो गई थी. किसान अपने खेत से बंदरों को भगाने के लिए वन क्षेत्र में दाखिल हुआ था, जहां बाघ ने उस पर हमला किया. इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने बाघ को पकड़ने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और जाम लगाया था.13 दिन बाद किया गया था रेस्क्यूलोगों के विरोध प्रदर्शन के बाद बाघ को पकड़ने के प्रयास शुरू हो गए थे. पीलीभीत टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बड़े अधिकारियों से बाघ को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू करने की अनुमति मांगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमति तुरंत मिल गई, और बाघ को पकड़ने की मुहिम शुरू हो गई. 13 दिनों तक चली आंख मिचौली के बाद बाघ को रेस्क्यू कर लिया गया था.दिए गए सतर्कता बढ़ाने के निर्देशअगस्त के बाद ग्रामीणों ने चैन की सांस ली थी इसी बीच बुधवार सुबह भैरो कलां गांव के हरजाब सिंह फौजी और अवतार सिंह के धान के खेत में बाघ चहलकदमी करता दिखाई दिया. वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने पूरे मामले का विडियो रिकॉर्ड कर लिया जो कि अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया बाघ की चहलक़दमी का वीडियो सामने आया है. मामले में संबंधित रेंज अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.FIRST PUBLISHED : October 3, 2024, 19:47 IST