सृजित अवस्थी
पीलीभीत. बीते कुछ समय से जानवरों के इंसानों पर हमलावर होने के तमाम घटनाएं सामने आ रही हैं. चाहे वो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का चर्चित पिटबुल कांड हो या फिर नोएडा की किसी सोसाइटी का कोई सीसीटीवी फुटेज. लेकिन अब ऐसा कुछ ही पीलीभीत में देखने को मिल रहा है. जिला अस्पताल के आंकड़ों के मुताबिक बीते एक महीने में लगभग 2,000 लोगों ने जानवरों के हमले में घायल होने के बाद टीकाकरण कराया है.
जिले में हुए एनिमल अटैक में सबसे अधिक संख्या कुत्तों के हमले की है. हालांकि, बंदरों के द्वारा भी इंसानों पर यहां कई हमले किये गये हैं. अगर जिला अस्पताल के आंकड़ों को देखा जाए तो एक महीने में अलग-अलग आवारा पशुओं के हमले में घायल लगभग 2,000 लोगों ने अपना टीकाकरण कराया है. तो वहीं, कई मामले ऐसे भी होंगे जिसमें लोगों ने अपना वैक्सीनेशन किसी प्राइवेट संस्थान से करवाया होगा.
बीमारियां व भूख से होते हैं हमलावर
पीलीभीत के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार ने आवारा पशुओं की लगातार बढ़ती आक्रामक प्रवृत्ति पर कहा कि कई बार पशु बीमार व भूखा होने के चलते आक्रामक हो जाते हैं. आम तौर पर लोग जानवरों के आक्रामक व्यवहार को नहीं समझ पाते. ऐसे में जानवर हमलावर हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए विभाग की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसके अलावा, लोगों को अपने पालतू पशुओं का वैक्सीनेशन अवश्य कराना चाहिए.
पशु चिकित्सा विभाग की टीम सक्रिय
वहीं, पीलीभीत नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी पूजा त्रिपाठी ने बताया कि हाल ही में जिलाधिकारी (डीएम) की ओर से ऐसे मामलों को लेकर एक बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में नगर पालिका व पशु चिकित्सा विभाग को इससे निपटने के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे किसी भी मामले की सूचना मिलने पर पालिका की कैटल कैचर टीम तुरंत मौके पर जाकर ऐसे पशुओं को पकड़ लेती है. जिसके बाद पशु चिकित्सा विभाग की टीम आगे का कदम उठाती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Attack of stray dogs, Monkeys problem, Pilibhit news, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : January 25, 2023, 21:31 IST
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