Pigeon droppings can lead to severe lung disease know how to prevent | Pigeon droppings: कबूतरों की बीट आपके फेफड़ों को कर सकती है तबाह! जानें बचाव के तरीके

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Pigeon droppings can lead to severe lung disease know how to prevent | Pigeon droppings: कबूतरों की बीट आपके फेफड़ों को कर सकती है तबाह! जानें बचाव के तरीके



शहरों में कबूतरों का झुंड देखना आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी बीट आपके फेफड़ों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है? जी हां, कबूतरों की बीट में मौजूद फंगस और बैक्टीरिया गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं, खासकर आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
कबूतर की बीट में कई तरह के हानिकारक जीव पाए जाते हैं, जिनमें फंगस, बैक्टीरिया और प्रोटीन शामिल हैं. इनमें से कुछ खास जीव आपके फेफड़ों में सूजन और संक्रमण पैदा कर सकते हैं, जिससे गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.
बर्ड फैनसियर लंग: ये सबसे आम फेफड़ों की बीमारी है जो कबूतर की बीट के संपर्क में आने से होती है. इसके लक्षणों में खांसी, सांस लेने में तकलीफ, थकान, बुखार और वजन कम होना शामिल है. समय पर इलाज न मिलने पर ये स्थिति जानलेवा भी हो सकती है.
हिस्टोप्लास्मोसिस: ये एक फंगल संक्रमण है, जो कबूतर की बीट में पाए जाने वाले फंगस के संपर्क से फैलता है. इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द और वजन कम होना शामिल है.
क्रिप्टोकोकसिस: ये एक और फंगल संक्रमण है जो कबूतर की बीट के संपर्क से फैलता है. इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, भ्रम, कमजोरी और मतिभ्रम शामिल हैं. गंभीर मामलों में ये संक्रमण ब्रेन को भी प्रभावित कर सकता है.
खतरनाक संकेतों को पहचानें- खांसी जो हफ्तों या महीनों तक चलती रहती है- सांस लेने में तकलीफ, खासकर सीढ़ियां चढ़ते समय या व्यायाम करते समय- छाती में दर्द- बुखार और थकान- वजन कम होना
सावधानी के उपाय- अपने घर के आसपास कबूतरों को घोंसला बनाने से रोकें.- खिड़कियों और दरवाजों को कवर करें ताकि कबूतर अंदर न आ सकें.- अगर आपके घर के आसपास कबूतरों का झुंड है, तो साफ करते समय मास्क और दस्ताने पहनें.- कबूतरों के आसपास ज्यादा समय न बिताएं.
डॉक्टर से सलाह लेंयदि आपको कोई खतरनाक लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. जल्दी पता लगाने और इलाज शुरू करने से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है. याद रखें, कबूतरों की बीट से जुड़े खतरों को नजरअंदाज न करें. सावधानी और सतर्कता से आप अपने फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं और गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं.



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