इन वाटिकाओं की खास बात यह है कि यहां की नक्षत्र वाटिका जिसमें रीठा, बेल, गूलर, जामुन, अर्जुन, छयोंकेर, आम महुआ, कुचिला लगाए गए हैं. कुरानी वृक्ष वाटिका में खजूर, जैतून, इतरे, हिना मेहंदी, बेरी सिदरह, अंजीर लगाए हैं. ऐसे ही मसीही वाटिका में अनार, पापुलर, विलो नरकुल अरंड, झाऊ, काली सरसों और हरिशंकर वाटिका में पीपल, बरगद, पाकड़ लगाए हैं. नवग्रह वाटिका में मदार, लटजीरा, चिचिड़ा, शमी, ढाक, खैर कुश, दूप लगाए गए हैं.
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