Mohammad Azharuddin: भारतीय क्रिकेट में इन दिनों कप्तानों को लेकर काफी चर्चा है. रोहित शर्मा की टी20 से विदाई के बाद नए कप्तान सूर्यकुमार यादव बने. फिलहाल रोहित वनडे और टेस्ट के कप्तान बने रहेंगे. अगर भारतीय क्रिकेट के इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो एक से एक बढ़कर धाकड़ कप्तान हुए हैं. इनमें से एक मोहम्मद अजहरुद्दीन भी थे. उनका एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसकी चर्चा लंबे समय से रहती है. अजहरुद्दीन ने टेस्ट डेब्यू का मैच दिसंबर 1984 में ईडन गार्डन्स पर खेला था. मजे की बात है कि उन्होंने अपने पहले तीन मैच में ही गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी थी.
ऐसा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज
असल में इंग्लैंड के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में ही मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शतक जड़ दिया था. इसके बाद दूसरा टेस्ट खेला तो फिर शतक जड़ दिया. इसके बाद करियर के लगातार तीसरे टेस्ट मैच में भी अजहर ने शतक ठोक दिया. और इस तरह वो ऐसा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए थे. उनसे पहले ये कारनामा कोई कर ही नहीं पाया था. आगे चलकर मोहम्मद अजहरुद्दीन टीम इंडिया के कप्तान भी बने थे.
लाइफ टाइम के लिए बैन लगा दिया गया
करियर के पहले तीन टेस्ट मैचों में शतकों की हैट्रिक का रिकॉर्ड अजहरुद्दीन के नाम कायम है. हालांकि अजहरुद्दीन कुल 99 टेस्ट मैच ही खेल पाए और एक तरह से वे करियर में टेस्ट मैचों की सेंचुरी नहीं जड़ पाए. अजहरुद्दीन का टीम इंडिया के लिए बेहतरीन करियर रहा लेकिन साल 2000 में मैच फिक्सिंग के दाग ने उनका शानदार करियर ही खत्म कर दिया था. हुआ यह था कि अजहर का नाम मैच फिक्सिंग में सामने आया तो उनपर लाइफ टाइम के लिए बैन लगा दिया गया था.
मैदान पर चौकों छक्कों की बारिश
इसके बाद अजहर कभी खेल नहीं पाए लेकिन वे एक समय पर टीम इंडिया के पोस्टर बॉय थे और मैदान पर चौकों छक्कों की बारिश कर देते थे. बाद में साल 2012 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने उन पर लगे आजीवन बैन को खत्म किया. अजहर के नाम एक और शानदार रिकॉर्ड है कि वे भारत के इकलौते ऐसे बल्लेबाज बने जिन्होंने अपने डेब्यू और आखिरी दोनों टेस्ट में शतक जड़ा. ऐसा करने वाले वो दुनिया के 5 बल्लेबाजों में शामिल हैं.