पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश से हापुड़ में फिर बाढ़ का संकट, बिजनौर बैराज से छोड़ा गया पानी

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पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश से हापुड़ में फिर बाढ़ का संकट, बिजनौर बैराज से छोड़ा गया पानी



अभिषेक माथुर/हापुड़. तीर्थनगरी गढ़मुक्तेश्वर में गंगा का बढ़ता जलस्तर एक बार फिर खादर क्षेत्र में रह रहे ग्रामीणों को डरा रहा है. गंगा का जलस्तर बढ़कर 198.53 मीटर पर पहुंच गया है. जिससे बाढ़ की संभावना एक बार फिर बढ़ गई है. पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश से एक बार फिर गंगा का जलस्तर येलो निशान को क्रॉस कर जाएगा और खादर के क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुसना शुरू हो जाएगा. इस दौरान गंगा में नावों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है.आपको बता दें कि बिजनौर बैराज से लगातार जल छोड़ा जा रहा है. बीते दिन भी 153000 हजार क्यूसेक अतिरिक्त जल छोड़ा गया. जिससे गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट में गंगा का जलस्तर बढ़कर 198.53 मीटर पर पहुंच गया. इसी के साथ गंगा 20 सेमी येलो निशान से दूर है. गंगा यदि येलो निशान को क्रॉस कर जाती है, तो एक बार फिर बाढ़ की आशंका बन जाएगी. खादर क्षेत्र के जंगलों में गंगा का पानी घुस जाएगा.संभावित बाढ़ के खतरे को लेकर प्रशासन अलर्टएसडीएम अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे गंगा तेज बहाव के साथ चल रही है. बाढ़ आने की आशंका बनी हुई है. बाढ़ को दृष्टि से सभी तरह की तैयारियां जिला प्रशासन की ओर से पूरी कर ली गई है. बाढ़ एवं राहत चौकियों को एक बार फिर अलर्ट कर दिया गया है.नावों के संचालन पर प्रतिबंध जारीसाथ ही गंगा में नावों के संचालन पर प्रतिबंध लगा हुआ है. ब्रजघाट में गंगा का जलस्तर उफान मार रहा है. गंगा एक बार फिर रौद्र रूप में आती हुई दिखाई दे रही है. यदि येलो निशान क्रॉस हुआ तो खादर के क्षेत्रों में गंगा के जल से जलभराव होना शुरू हो जाएगा और एक बार फिर पशुओं के लिए चारे का संकट बन जाएगा. ऐसे में ग्रामीणों के सामने परेशानी बनी हुई है..FIRST PUBLISHED : August 12, 2023, 19:52 IST



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