मिर्जापुर: विंध्य पर्वत पर स्थित मां विंध्यवासिनी धाम भक्तों की आस्था और श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है. आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी के दर्शन मात्र से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. देवी महालक्ष्मी के अवतार के रूप में मानी जाने वाली मां विंध्यवासिनी को करुणामयी कहा जाता है, जो भक्तों की पुकार सुनते ही उनके दुखों का निवारण करती हैं. धाम में नारियल और फूल अर्पित करने की परंपरा है, लेकिन विशेष रूप से गुड़हल का फूल अर्पित करने से मां अधिक प्रसन्न होती हैं.
मंदिर के पुजारी ने बतायामां विंध्यवासिनी धाम के विद्वान पं. अनुपम महाराज ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि मां विंध्यवासिनी को सभी प्रकार के पुष्प प्रिय हैं, परंतु गुड़हल का फूल विशेष रूप से उनका प्रिय है. भक्त मां को सबसे अधिक गुड़हल का पुष्प ही चढ़ाते हैं.
जानें मंदिर की मान्यतामान्यता है कि जब भक्त मां के चरणों में गुड़हल का फूल अर्पित करते हैं, तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. भक्तों को समृद्धि की भी प्राप्त होती है. गुड़हल का फूल देवी का प्रतीक भी माना जाता है. इसलिए इसे मां के चरणों में चढ़ाने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
कमल का पुष्प है बेहद प्रियअनुपम महाराज ने बताया कि लाल रंग के गुड़हल के फूल के साथ-साथ मां को कमल का फूल भी अत्यंत प्रिय है. कमल के फूल से मां का श्रृंगार भी किया जाता है. भक्तजन मां के दरबार में लाल सिंदूर, नारियल, रक्षा, लाचीदाना और पुष्प अर्पित करते हैं, लेकिन यदि कोई भक्त गुड़हल और कमल दोनों फूल मां को अर्पित करता है, तो उसकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं. दोनों फूल का मां से बेहद लगाव है.
Tags: Local18, Mirzapur news, Religion, Religion 18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 09:11 IST