petticoat cancer | what is petticoat cancer | what are symptoms of petticoat cancer | cancer warning signs in women | भारतीय महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा पेटीकोट कैंसर! ये 4 शुरुआती लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं

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petticoat cancer | what is petticoat cancer | what are symptoms of petticoat cancer | cancer warning signs in women | भारतीय महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा पेटीकोट कैंसर! ये 4 शुरुआती लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं



महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन अब ‘पेटीकोट कैंसर’ भी एक उभरता हुआ खतरा बन रहा है. हाल ही में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल की केस स्टडी में भारतीय दो महिलाओं में पेटीकोट कैंसर के मामले सामने आए हैं. यह कैंसर खासतौर पर उन महिलाओं में देखने को मिला है, जो कमर पर पेटीकोट को बहुत कसकर बांधती हैं.
दिनभर पेटीकोट पहने रहने से लगातार घर्षण और दबाव के कारण यह कैंसर विकसित हो सकता है. आइए जानते हैं इस जानलेवा बीमारी के शुरुआती लक्षण और बचाव के उपाय.
पेटीकोट कैंसर के शुरुआती लक्षणडॉक्टरों के अनुसार, पेटीकोट कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है, ताकि समय पर इलाज शुरू किया जा सके. इस कैंसर के प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:* कमर पर काले रंग के निशान उभर आते हैं.* कमर की त्वचा धीरे-धीरे मोटी और खुरदरी हो जाती है.* त्वचा पर काले या भूरे धब्बे बन जाते हैं.* लगातार दबाव और घर्षण के कारण कमर पर घाव या छाले हो सकते हैं, जो ठीक नहीं होते.
अगर ये लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें.
पेटीकोट कैंसर क्यों होता है?विशेषज्ञों का कहना है कि कमर पर टाइट पेटीकोट बांधने से त्वचा पर निरंतर घर्षण होता है. यह दबाव त्वचा में जलन, सूजन और अल्सर का कारण बनता है. अगर इसे नजरअंदाज किया जाए, तो अल्सर एक घातक घाव में बदल सकता है, जो कैंसर का रूप ले लेता है.
पेटीकोट कैंसर से बचाव के उपाय* पेटीकोट को कमर पर टाइट न बांधें.* पेटीकोट और साड़ी का कपड़ा मुलायम और आरामदायक होना चाहिए.* साड़ी की गांठ ज्यादा टाइट न रखें और इसे नियमित रूप से बदलते रहें.* कमर की त्वचा को साफ और सूखा रखें.* वजन को मेनटेन रखने के लिए बैलेंस डाइट और नियमित व्यायाम करें.* कमर पर कोई असामान्य लक्षण दिखे, तो तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लें.
आपको बता दें कि पेटीकोट कैंसर एक दुर्लभ लेकिन गंभीर समस्या है. इससे बचाव के लिए सतर्क रहना और शुरुआती लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है. अपने पहनावे और सेहत पर ध्यान दें और किसी भी असामान्य बदलाव पर डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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