Mental health: दुनियाभर के वैज्ञानिक मानसिक स्वास्थ्य और डिमेंशिया संबंधी डिसऑर्डर पर कई वर्षों से अध्ययन कर रहे हैं. अब ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर किए गए एक अध्ययन में दावा किया कि लोग काम के दबाव और खुद के काम को परफेक्ट बनाने के चक्कर में मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर रहे हैं.
अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों में परफेक्शनिस्ट बनने का ट्रेंड होता है, वे अन्य की तुलना में अपने स्वयं के अविश्वसनीय मानकों के कारण एग्जाइंटी, डिप्रेशन समेत कई तरह के दिमागी बीमारी का शिकार होते हैं. विशेषज्ञों ने कहा इस दौरान लोगों में थकावट, इमोशनल सुन्नता और घर या काम पर भ्रम जैसी स्थित पैदा होती है. शोधकर्ता गॉर्डन पार्कर ने कहा, काम के दबाव और खुद को परफेक्शनिस्ट साबित करने के चक्कर में लोग खुद के दिमागी सेहत स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं.यह शोध ब्लैक डॉग इंस्टीट्यूट के शोकर्ताओं ने किया है. शोध में पाया गया कि इन मासिक विकारों के लक्षण अधिक व्यापक हैं. इस शोध के बारे में पुस्तक ‘बर्नआउट : ए गाइड टू आइडेंटीफाइंग बनआउट एंड पाथवेज टूरिकवरी’ में जानकारी दी गई है. शोध के अनुसार, खुद को बेहतर साबित करने का दबाव दिमागी बीमारी की वजह बन रहा है.
ब्रेन को कैसे हेल्दी रखें?
सही आहार: आहार ब्रेन के लिए महत्वपूर्ण है. खाने में पोषक तत्व जैसे कि विटामिन, मिनरल्स, अंटीऑक्सीडेंट्स और आमिनो एसिड्स का सही संघटन रखें. मसूर की दाल, नट्स, सेब, फिश, हरी सब्जियां, और साबुत अनाज आहार में शामिल करें.
स्वस्थ आदतें: नियमित व्यायाम करना, समय पर नींद पूरी करना और तंबाकू व शराब की मात्रा कम करना आपके ब्रेन के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना: स्ट्रेस को कम रखने के लिए ध्यान और मेडिटेशन करें. योग और प्राणायाम भी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.
सोशल और कोनेक्टेड रहें: परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने का समर्थन करना भी ब्रेन के लिए फायदेमंद हो सकता है.
नई चुनौतियों का सामना करें: नई चीजों को सीखने, नए स्किल को प्राप्त करने और नए अनुभवों को अपनाने से ब्रेन की क्षमता बढ़ती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)