2025 में पेंडुलम लाइफस्टाइल ट्रेंड ने दुनिया भर में खासकर Gen Z के बीच लोकप्रियता हासिल कर ली है. यह ट्रेंड लोगों को संतुलित जीवन जीने और अपनी एनर्जी को सही दिशा में केंद्रित करने की प्रेरणा देता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह लाइफस्टाइल उन लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती है, जो अपनी बिजी रूटीन में मेंटल, फिजिकल और इमोशनल बैलेंस खो चुके हैं.
पेंडुलम लाइफस्टाइल का आधार बैलेंस और रिद्म पर आधारित है. जैसे एक पेंडुलम आगे-पीछे झूलता है, यह ट्रेंड जीवन में हर पहलू को एक निर्धारित लय में रखने पर जोर देता है. इसमें खासतौर पर काम और आराम के बीच बैलेंस बनाने, व्यायाम और ध्यान को प्रायोरिटी देने और सोशल मीडिया व डिजिटल डिटॉक्स जैसे पहलुओं को अपनाने पर जोर दिया गया है.
इस ट्रेंड के पीछे विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादा तनाव और बिजी रूटीन लोगों को बर्नआउट की स्थिति तक ले जा रही है. पेंडुलम लाइफस्टाइल का उद्देश्य इस तनाव को कम करना और जीवन को ज्यादा बैलेंस बनाना है.
Gen Z क्यों अपना रही है यह ट्रेंड?Gen Z, जो टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया की दुनिया में पली-बढ़ी है, अक्सर मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का सामना करती है. पेंडुलम लाइफस्टाइल उन्हें यह सिखाती है कि खुद को रीसेट और रिचार्ज करने का समय देना कितना महत्वपूर्ण है. इस लाइफस्टाइल को अपनाने के लिए लोग दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव कर रहे हैं, जैसे सुबह का समय डिजिटल स्क्रीन से दूर बिताना, रात में अच्छी नींद लेना, हफ्ते में एक बार डिजिटल फास्टिंग करना और प्रकृति के साथ समय बिताना.
कैसे साबित हो रही है गेम चेंजर?विशेषज्ञों का कहना है कि पेंडुलम लाइफस्टाइल न केवल मानसिक शांति देती है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है. अध्ययन बताते हैं कि इस ट्रेंड को अपनाने वाले लोगों में प्रोडक्टिविटी में सुधार, तनाव का लेवल कम और रिश्तों में मजबूती देखी गई है.