पीलीभीत : हाल में ही उत्तर प्रदेश के खीरी जिले में हवाई सेवा का शुभारंभ किया गया है. पर्यटकों के साथ ही साथ नेपाली नागरिकों के लिहाज से भी यह अच्छी पहल है . पीलीभीत में भी चूका ईको टूरिज़्म स्पॉट को बढ़ावा देने के लिहाज से हवाई पट्टी बनाए जाने की मांग उठाई जा रही है. ईको टूरिज्म व नेपाल बॉर्डर के लिहाज से तराई के जिले बहुत अधिक महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. एक तरफ जहां देश-दुनिया से पर्यटक पीलीभीत और दुधवा के जंगलों में सैर को आते हैं तो वहीं दूसरी ओर पड़ोसी देश नेपाल के नागरिक भी स्वास्थ्य समेत कई कार्यों के लिए भारत के बड़े शहरों का रुख़ करते हैं. ऐसे में सड़क और रेल मार्ग के साथ ही यहां हवाई सेवा भी बहुत जरूरी हो जाती है.बीते साल शुरू हुई कवायद के बाद हाल ही में खीरी ज़िले के पलिया में हवाई पट्टी का निर्माण कर हवाई सेवा शुरू कर दी गई है. इस 12 सीटर विमान का पलिया और लखनऊ के बीच का किराया प्रति व्यक्ति 5000 रुपए है. शुरुआती दौर में पीलीभीत में स्थित चूका बीच के लिहाज़ से पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के आस पास ही हवाई पट्टी के निर्माण की उम्मीद जताई जा रही थी. ग़ौरतलब है कि बीते कुछ सालों में पीलीभीत टाइगर रिज़र्व देश और दुनिया में काफी फेमस हुआहै. ऐसे में पर्यटकों और पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के बीच की दूरी को कम करने के लिहाज़ से पीलीभीत में विमान सेवा शुरू करने की मांग उठाई जा रही है.राज्यमंत्री जितिन प्रसाद से लोगों की मांगपीलीभीत के सामाजिक कार्यकर्ता शिवम कश्यप ने सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद को पत्र लिख हवाई पट्टी की मांग की है. शिवम् का कहना है कि चूका बीच दुनिया भर के लोगों को आकर्षित कर रहा है. ऐसे में हवाई पट्टी की शुरुआत से पर्यटन को तो पंख लगेंगे ही वहीं मेडिकल इमरजेंसी के लिए लखनऊ जाने वाले लोगों को भी इससे सहूलियत मिलेगी. उम्मीद है कि सांसद इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा कर संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाएंगे.FIRST PUBLISHED : December 13, 2024, 21:39 IST