Last Updated:March 10, 2025, 15:19 ISTPilibhit News : पीलीभीत के जंगलों में यूरेशियन हूपो (हुदहुद) पक्षी देखा गया, जो इजरायल का राष्ट्रीय पक्षी है. इसके ताजनुमा पंख इसे खास बनाते हैं. यह पक्षी वसंत ऋतु में तराई के इलाकों में प्रवास करता है और ब्रीड…और पढ़ेंX
सांकेतिक फोटो.हाइलाइट्सपीलीभीत में नजर आया यूरेशियन हूपो पक्षी.इजरायल का राष्ट्रीय पक्षी है यूरेशियन हूपो.वसंत ऋतु में तराई के इलाकों में दिखता है.
पीलीभीत. उत्तर प्रदेश का पीलीभीत जिला अपनी बेहतरीन आबोहवा के लिए जाना जाता है. यही कारण है यह इलाका जैव विविधता से परिपूर्ण है. दुर्लभ जंगली जानवर हो या फिर पक्षी सबको तराई का ये जंगल रास आता है. हाल ही में पीलीभीत में एक ऐसा पक्षी नज़र आया जो अपने आप में बेहद खास है. पीलीभीत के जंगलों में दिखे इस प्रवासी पक्षी को यूरेशियन हूपो या फिर हुदहुद के नाम से जाना जाता है. इसके सिर पर मौजूद ताजनुमा पंख इसे बेहद खास बनाते हैं. खास बात है कि यह पक्षी इजरायल का राष्ट्रीय पक्षी है.
दरअसल, कई पक्षी ऐसे होते हैं जो समय समय पर प्रवास करते रहते हैं. एक ऐसा ही प्रवासी पक्षी पीलीभीत में नजर आया है. इस प्रवासी पक्षी को यूरेशियन हूपो या फिर हुदहुद के नाम से जाना जाता है. इसके सिर पर मौजूद ताजनुमा पंख इसे बेहद खास बनाते हैं. खास बात है कि यह पक्षी इजरायल का राष्ट्रीय पक्षी है जिसका कई धार्मिक पुस्तकों में भी ज़िक्र है.
तराई के इलाकों में करता है बसंत प्रवासइस पक्षी के व्यवहार व खासियत पर अधिक जानकारी देते हुए स्वतंत्र शोधकर्ता एवं वन्यजीव विशेषज्ञ प्रांजलि भुजबल ने बताया कि यूरेशियन हूपो भारत में प्रवासी पक्षी है. जो मौसमी प्रवास करता है. अगर तराई के इलाकों की बात करें तो ये पक्षी वसंत ऋतु में यहां देखा जाता है. सर्दियों के मौसम में यह पक्षी ऊंचे स्थानों पर प्रवास करता है वहीं ब्रीडिंग के लिए यह निचले स्थानों में आता है. बसंत ऋतु के दौरान इस पक्षी को मैदानों में पर्याप्त भोजन मिल जाता है. अगर इसके आहार की बात करें तो यह पौधों के बीज से लेकर कीड़े-मकौड़े और छोटे सरीसृप जीवों को खाता है. खास बात है कि ये भोजन को ढूंढने के लिए चोंच का इस्तेमाल करते हैं और आमतौर पर जमीन पर ही भोजन करते हैं. वहीं बड़े शिकार को मारने के लिए यह जमीन या फिर किसी पसंदीदा पत्थर को चुनता है.
आक्रामक हो जाता है ये पक्षीप्रांजलि भुजबल ने बताया कि अगर ब्रीडिंग की बात करें तो यह प्रवास भी ब्रीडिंग के लिए ही करते हैं. यह Monogamous होते हैं यानि पूरे ब्रीडिंग सीजन में इनका पार्टनर एक ही रहता है. वहीं ये अक्सर अकेले या फिर जोड़े में ही नजर आते हैं. ये जोड़ी अपने घोसले व इलाके को लेकर बेहद संवेदनशील होते हैं, जिसकी रक्षा के लिए ये अग्रेसिव हो जाते है. वहीं ये एक बार में 7-8 अंडे देते हैं.
Location :Pilibhit,Uttar PradeshFirst Published :March 10, 2025, 15:19 ISThomeuttar-pradeshपीलीभीत में नजर आया ताजनुमा पंखों वाला अनोखा पक्षी… इजराइल से है नाता