सृजित अवस्थी/ पीलीभीत. बीते कुछ दिनों पहले ही कड़ी मेहनत के बाद तकरीबन 17 दिनों तक जद्दोजहद करने के बाद वन विभाग की टीम ने जैसे-तैसे एक इलाके को बाघिन के आतंक से छुटकारा दिलाया था. लेकिन 2 दिन बीतने के बाद ही अब 7 किमी. दूरी पर फिर दो दिनों से एक बाघ ने दहशत कायम कर ली है. बाघ ने उत्तराखंड के खटीमा जाने वाली सड़क पर डेरा जमा लिया है.
वैसे तो पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में बढ़ती बाघों की संख्या पीलीभीत को देश दुनिया में नई पहचान दिला रही है. लेकिन ग्रामीणों के लिहाज से देखा जाए तो यह बढ़ती संख्या अब उनके लिए आफत का सबब बन गई है. पीलीभीत जिले के माधोटांडा इलाके के की बात की जाए तो इस इलाके के लोग जून महीने की शुरुआत से ही बाघ की दहशत के बीच ज़िन्दगी जी रहे हैं. हाल ही में इलाके के जमुनिया व आसपास के गांवों में बीते ढाई महीने से आतंक मचाने वाली बाघिन को वन विभाग ने रेस्क्यू किया था.
बाघ ने बाइक सवार लोगों पर किया हमलादो दिन बीतने के बाद ही जमुनिया से तकरीबन 7 किलोमीटर दूर एक और बाघ ने दस्तक दे दी है. बाघ बीते 2 दिनों से पिपरिया संतोष गांव के निकट माधोटांडा-खटीमा रोड डेरा जमा बैठा हुए है. कल दोपहर यह बाघ बाइक सवारों पर हमलावर हो गया था. मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने कुछ घंटो तक प्रयास कर बाघ को जंगल की ओर खदेड़ा था. लेकिन आज दोपहर फिर से बाघ ने सड़क किनारे दस्तक दे दी जिससे सड़क के दोनों ओर वाहन जहां के तहां रुक गए.
वन विभाग के लिए चुनौती बने बाघबीते कुछ महीनों से स्थानीय निवासी तो बाघों के आतंक से त्रस्त हैं ही वहीं विभाग के लिए भी जंगल से आबादी इलाकों में निकले बाघ चुनौती बन गए हैं. बीते कुछ सालों से मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में गिरावट आई थी. लेकिन इस वर्ष पिछले सालों के सारे रिकॉर्ड टूटते जा रहे हैं. अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार ने बताया कि माधोटांडा इलाके के पिपरिया संतोष गांव के समीप एक बाघ की चहलकदमी की सूचना पर टीम को निगरानी पर तैनात किया गया है.
.Tags: Local18, Pilibhit news, Tiger attack, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : October 20, 2023, 21:13 IST
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