Manu Bhaker : पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला मेडल दिलाने वाली स्टार शूटर मनु भाकर से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली इस 22 साल की स्टार के फोटो और वीडियो जो नॉन स्पॉन्सर ब्रांड्स इस्तेमाल कर रहे हैं, उन पर एक्शन लिया जाएगा. दरअसल, यह सिर्फ मनु भाकर ही नहीं, बल्कि उन सभी भारतीय एथलीट्स को लेकर है, जो पेरिस ओलंपिक में मेडल जीतेंगे. भारत के टॉप एथलीट्स का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिकारियों ने कहा कि जो ब्रांड एथलीट्स को स्पॉन्सर किए बिना कॉन्ग्रैट्स मार्केटिंग और एड्स में भारतीय ओलंपिक मेडलिस्ट की फोटो और वीडियो का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें पर्सनल राइट्स के उल्लंघन के लिए लीगल नोटिस भेजे जाएंगे.
मनु भाकर ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
भारत की निशानेबाज मनु भाकर ने ओलंपिक शूटिंग में भारत का 12 साल का मेडल का सूखा समाप्त करते हुए महिला 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता. यह पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए पहला मेडल भी रहा. बताते चलें कि मनु भाकर ने 27 जुलाई को इस इवेंट में फाइनल में क्वालीफाई किया था. इसके बाद रविवार को उन्होंने फाइनल मैच में 221.7 अंक हासिल करने के साथ पोडियम फिनिश किया. भारत अभी तक एक मेडल पेरिस ओलंपिक में अपनी झोली में डाल पाया है.
भेजे गए लीगल नोटिस
ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद मनु भाकर को उन ब्रांड्स से भी बधाई संदेश मिल रहे हैं, जिन्होंने कभी उन्हें स्पॉन्सर नहीं किया है या किसी भी तरह से उनसे जुड़े नहीं हैं. मनु भाकर को मैनेज करने वाले और आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट के एमडी नीरव तोमर ने कहा, ‘कल से लगभग दो दर्जन ब्रांड, जो मनु से जुड़े नहीं हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर उनकी फोटोज और उनके ब्रांड्स के साथ कॉन्ग्रैट्स एड जारी किए हैं. कानूनी तौर पर इसकी अनुमति नहीं है और हम इन ब्रांड्स को लीगल नोटिस भेज रहे हैं.’
इन नॉन स्पॉन्सर ब्रांड्स को भेजा गया
भाकर की इस उपलब्धि के बाद जिन कंपनियों ने फायदा मिला, उनमें बजाज फूड्स, एलआईसी, फिटजी, ओकवुड इंटरनेशनल स्कूल, प्रणीत ग्रुप, राधा टीएमटी, एप्रिकॉट बायोसाइंस, किनेटो, एक्स्ट्राब्रिक रियलटर्स और पारुल आयुर्वेद अस्पताल शामिल हैं. इनमें से कुछ को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला, जबकि अन्य से अभी संपर्क नहीं किया जा सका.
अभी तक मनु भाकर केवल स्पोर्ट्स गियर और फिटनेस फैशन कंपनी परफॉर्मैक्स एक्टिववियर का ही एंडोर्स करती हैं. हालांकि, करीब आधा दर्जन ब्रांड उनसे एंडोर्समेंट या स्पॉन्सरशिप के लिए बातचीत कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि यह नॉन स्पॉन्सर ब्रांड्स का उनसे जुड़े फोटो वीडियो इस्तेमाल करना चिंता का विषय बनता जा रहा है.