Indian Pacer Mohammad shami: पेसर मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) फिलहाल शानदार फॉर्म में हैं. उन्होंने वनडे विश्व कप (ODI World Cup-2023) में दमदार प्रदर्शन किया और वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने. टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे (Paras Mhambrey) से जब पूछा गया कि क्या भारत को अगला शमी मिल पाएगा, तो उन्होंने अपने जवाब से जैसे दिल जीत लिया.
वर्ल्ड कप में मचाया धमालभारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने कहा है कि मोहम्मद शमी के पास हर बार गेंद को सीधी सीम में डालने की दुर्लभ प्रतिभा है. पारस ने साथ ही कहा कि दुनिया का कोई भी कोच इस तरह की तेज गेंदबाजी करने वाला बॉलर तैयार नहीं कर सकता. वनडे वर्ल्ड कप के 7 मैचों में 24 विकेट चटकाकर टॉप पर रहने वाले शमी इस फॉर्मेट के अलावा टेस्ट में भी दमदार गेंदबाज हैं. म्हाम्ब्रे से जब पूछा गया कि क्या भारत को शमी जैसी प्रतिभा वाला गेंदबाज मिलेगा तो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए रवाना होने से पहले कहा, ‘अगर मैं कहूं कि कोच शमी जैसा गेंदबाज बना सकते हैं तो ये सच नहीं होगा. अगर कोई बॉलर हर बार सीधी सीम में गेंद को डाल सकता तो दुनिया का हर गेंदबाज शमी बन जाएगा.’
‘कोच नहीं बना सकता शमी जैसा बॉलर’
म्हाम्ब्रे ने आगे कहा, ‘ये ऐसा कौशल है जो शमी ने कड़ी मेहनत के दम पर हासिल किया है और खुद को ऐसा गेंदबाज बनाया है. सीम पर ही एक के बाद एक गेंद फेंकना और वो भी परफेक्ट कलाई पॉजिशन के साथ तथा इसे दोनों तरफ घुमाना एक दुर्लभ प्रतिभा है. कई गेंदबाज अगर सीम पर गेंद डाल भी पाते हैं तो उनकी गेंद पिच पर लगते ही सीधी हो जाती है. यहां तक कि बुमराह का एक्शन असमान्य है लेकिन वह गेंद को इसी एक्शन से अंदर या दूर कर देते हैं. ये एक कला है और इस कला का पारखी होने में कड़ी मेहनत और समर्पण की जरूरत होती है.’
कई को तो जलन भी होगी
शमी और बुमराह दुनिया भर के बल्लेबाजों पर दबदबा बनाने में सफल रहे हैं जिससे म्हाम्ब्रे काफी हैरान हैं. उनकी सफलता से काफी को ईर्ष्या भी होगी. म्हाम्ब्रे ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टेस्ट मैचों में हमारे पास बुमराह, शमी और ईशांत (शर्मा) थे जिन्होंने इस तरह का जादू बिखेरा लेकिन अगर अब आप मुझे पूछोगे कि क्या मैंने इस तरह के दबदबे की उम्मीद की थी तो मैंने ये सपने में भी नहीं सोचा था. मेरा मतलब कि जैसे श्रीलंका को 50 रन पर समेटना और फिर दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम के खिलाफ भी ऐसा ही दोहराव कि 320 रन के करीब का स्कोर बनाना और उन्हें 80 रन पर समेट देना. ये सपना लगता है. निश्चित रूप से हमारे जैसे बॉलिंग अटैक के साथ हमें उनसे अच्छा करने की उम्मीद थी, लेकिन इतने लंबे समय तक बड़े मंच पर ऐसा प्रदर्शन करना वास्तव में सराहनीय था.’ (PTI से इनपुट)