IND vs NZ 1st Test: न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट का दूसरा दिन टीम इंडिया के लिए बुरा सपना साबित हुआ. ‘ कंगाली में आटा गीला’ वाली कहावत टीम इंडिया पर फिट बैठती नजर आई. रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर बड़ी उम्मीद से बैटिंग ली. लेकिन विकेटों की पतझड़ ऐसी हुई दिखी मेजबान 46 रन पर सिमट गए और रोहित की कप्तानी में शर्मनाक रिकॉर्ड भी बने. सिर्फ इतना ही नहीं, बीच मैच में पंत के ऐसी चोट लगी कि उन्हें मैदान से बाहर भी जाना पड़ा. यह सब देखने के बाद फैंस जीत की उम्मीद छोड़ चुके हैं, लेकिन आपको बता दें की अभी भी भारतीय टीम इस मुकाबले में बनी हुई है.
पंत के लगी चोट
पारी के 37वें ओवर में रवींद्र जडेजा ने अपनी तेज रफ्तार गेंद से मामला खराब कर दिया. एक तरफ कॉनवे गेंद से चूके और बॉल जाकर पंत के घुटने में लगी. गेंद लगते ही पंत दर्द से कराह उठे और जमीन पर गिर गए. फिजियो ने उनकी समस्या देख उन्हें बाहर जाने की सलाह दी. दो लोगों का सहारा लेकर ऋषभ पंत मैदान से बाहर गए. दूसरी ओर न्यूजीलैंड के बल्लेबाज बेरहमी से भारतीय गेंदबाजों की धुलाई करते रहे.
न्यूजीलैंड कितनी आगे?
दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड की टीम ने मैच में 134 रन की बढ़त बना ली है. दुख की बात ये है कि टीम इंडिया को फिलहाल 3 ही विकेट मिले हैं. हालांकि, मैच में अभी भी जान बाकी है अगर भारतीय टीम के गेंदबाज तीसरे दिन के पहले ही घंटे में मूमेंटम बनाए रखते हैं तो मैच में बाजी पलटने की अधिक संभावना है.
रोहित को करना होगा ये काम
दूसरे दिन के अंत में टीम इंडिया ने शानदार वापसी की. कॉनवे नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए. जिसके चलते दोनों नए बल्लेबाज रचिन रवींद्र और डेरिल मिचेल क्रीज पर जमे हुए हैं. पिच अब स्पिनर्स के लिए फायदेमंद साबित हो रही है. ऐसे में रोहित शर्मा को तीसरे दिन के पहले हाफ तक न्यूजीलैंड को 250 रन तक रोकना होगा. इतना करने के बाद भारतीय बल्लेबाजों को जीत का जिम्मा लेते हुए लगभग 200 रन की लीड उतारकर कम से कम न्यूजीलैंड के सामने 200 रन का लक्ष्य रखने की कोशिश करनी होगी. ऐसे में भारतीय टीम की उम्मीदें अभी भी बरकरार हैं.
बारिश भी बन सकती है वरदान
भारत-न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज का पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ा. 18 अक्टूबर को बेंगलुरू का चिन्नास्वामी स्टेडियम पर काले बादल छाए रहेंगे. इस दिन बारिश की 100 प्रतिशत संभावना जताई जा रही है. अगर बारिश से खेल प्रभावित होता है तो चौथे दिन टीम इंडिया को इसका फायदा मिल सकता है.