Paneer Ke Phool For Diabetes: आज हम पनीर के फूल नाम के एक खास पौधे की बात कर रहे हैं, जो अपनी औषधीय खूबियों के लिए मशहूर है. इसका साइंटिफिक नाम ‘विथानिया कौयगुलांस’ है और यह सोलानेसी परिवार से जुड़ा हुआ है. इसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है, जैसे इंडियन चीज मेकर, इंडियन रेनेट, पनीर डोडी, पनीर डोडा और पनीर बेड. संस्कृत में इसे ऋष्यगंधा, उर्दू में पनीर दोडी, हिंदी में पनीर का फूल या पनीर बंद और बंगाली में पनीर फूल कहते हैं.
पनीर के फूल का इस्तेमाल
पनीर के फूल का इस्तेमाल न केवल पनीर बनाने के लिए किया जाता है, बल्कि इसके औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों से बचाव और उनके इलाज के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. पनीर का फूल आयुर्वेदिक दवाइयों में इस्तेमाल किया जाता है. यह टेस्ट में मीठा होता है और इसमें शामक और मूत्रवर्धक गुण पाए जाते हैं. यह नींद न आना, घबराहट, अस्थमा और डायबिटीज जैसी समस्याओं से लड़ने में भी मददगार है.
डायबिटीज के लिए फायदेमंद
मौजूदा समय में डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है. यह मेटाबॉलिज्म से जुड़ी कई विकारों का समूह है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है. यह समस्या तब होती है, जब पैंक्रियाज सही मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता. हम जो खाना खाते हैं, वह शुगर में टूटकर खून में मिल जाता है. जब ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है, तो पैंक्रियाज को इंसुलिन छोड़ने का इशारा मिलता है. हालांकि, डायबिटीज का कोई परमानेंट इलाज नहीं है, लेकिन हेल्दी डाइट, अच्छी लाइफस्टाइल और समय पर दवाइयां लेने से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.
डायबिटीज में ‘पनीर का फूल’
डायबिटीज के मरीजों को अपने खान-पान पर खास ध्यान देना पड़ता है. आयुर्वेद में कई नेचुरल एलिमेंट्स का इस्तेमाल होता है, जो डायबिटीज के लिए वरदान साबित हो सकते हैं. ऐसा ही एक उपाय है ‘पनीर का फूल’. इसे इंडियन रेनेट, विथानिया कोगुलांस या पनीर डोडा के नाम से भी जाना जाता है. यह फूल भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पाया जाता है और अपने औषधीय गुणों के लिए मशहूर है. डायबिटीज के मरीजों के लिए यह काफी फायदेमंद होता है, क्योंकि इसे खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है. हालांकि औषधीय रूप में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है.
–आईएएनएस
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.