मेरठ : उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भारी भीड़ जुटने के कारण कुछ महिलाओं के चोटिल होने का मामला सामने आया है. हालांकि, जिला और पुलिस प्रशासन ने उन खबरों का खंडन किया, जिसमें इस घटना को भगदड़ बताया गया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने भगदड़ की बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा, ‘‘कुछ महिलाएं जरूर गिर गई थीं लेकिन वहां मौजूद पुलिस बल ने उन्हें संभालने के लिए तुरंत मदद की.’’
घटना में घायलों के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कुछ महिलाओं को मामूली चोटें आई हैं जो गिरने के कारण लगीं और उन्हें प्राथमिक उपचार मुहैया करा दिया गया है.
उधर, नगर पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने एक बयान में कहा कि परतापुर क्षेत्र में प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम में भगदड़ की सूचना गलत है.
उन्होंने कहा, ‘‘भगदड़ नहीं मची है. यहां पर शांति-व्यवस्था कायम है. पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद हैं. साथ ही यहां पर एक एंबुलेंस और अस्पताल की टीम भी तैनात है. कोई भी हताहत नहीं हुआ है.’’
मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा, ‘‘जानकारी के अनुसार समागम के प्रवेश द्वार के पास भीड़ जुट गई और इस दौरान एक-दो महिलाएं गिर गईं, जिनकी तुरंत मदद की गई. फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. मौके पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है.’’
लोगों के फंसे होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया, ‘‘ऐसा कुछ नहीं है. स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कार्यक्रम के लिए सभी जरूरी इंतजाम आवश्यकतानुसार किए गए हैं. मैंने और पुलिस अधीक्षक ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं और सुरक्षा तैनाती दोनों की योजना पहले से ही बना ली थी.’’ आज कथा का छठा दिन है.
सोशल मीडिया पर कुछ खबरें वायरल हो गईं, जिनमें दावा किया गया कि परतापुर पुलिस थाना क्षेत्र में आयोजित की जा रही पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़ मच गई और कई महिलाएं तथा बुजुर्ग दब गए हैं.
Tags: Meerut news, Meerut police, StampedeFIRST PUBLISHED : December 20, 2024, 13:42 IST