रिपोर्ट- विकल्प कुदेशिया
बरेली: बरेली में उर्स- ऐ-रिजवी के पर्व की शुरुआत हो चुकी है और यहां दुनिया भर से मेहमान शिरकत करने के लिए, बरेली आए हुए हैं. उर्स का मेल बरेली के इस्लामिया ग्राउंड में लगता है. इस मैदान के आसपास कई सारी खाने-पीने की दुकान लगती हैं. पाकिस्तान तक प्रसिद्ध फेमस हलवा और पराठा यहां मिलता है. अगर आप भी हलवा पराठा खाने की शौकीन हैं या खाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत काम की है.
हम बात कर रहे हैं बरेली के आला हजरत दरगाह के बाहर उर्स-ए-रिजवी के मेले में लगने वाले सरताज फरीदी के एक स्टॉल के बारे में. इस स्टाल में मिलता है मशहूर हलवा पराठा. इन पराठों का स्वाद बेहद शानदार है. इन पराठों को खाने बरेली में दूर-दूर से लोग आते हैं.
सरताज ने बताया कि उनके यहां के मिलने वाले इन स्पेशल पराठे और हलवा ग्राहकों को काफी पसंद आते हैं. ग्राहकों के इस प्यार की वजह से वह हलवा पराठे को बेहद अच्छी क्वालिटी के समान के साथ बहुत साफ सफाई से बनाते हैं. उन्हें एक पराठा बनाने में लगभग 1 से 3 घंटे का समय लग जाता है. वह पराठों को बहुत धीमी-धीमी आंच पर बनाते हैं जिससे पराठे का स्वाद बेहद लज़ीज़ हो जाता है.
कैसे बनता है स्वादिष्ट हलवा पराठासरताज ने लोकल 18 को बताया कि वह स्वादिष्ट पराठे को बनाने के लिए पहले तो मैदा को मिलाते हैं और उसे खमीर उठने के तक रख देते हैं. जिसके बाद वह उन पराठा को फुल साइज में बेलकर रखते हैं. इस पराठे का साइज ही काफी बड़ा होता है और कढ़ाई में चलाकर बनाते हैं. खास बात यह है कि उनके यहां बनने वाले पराठे में देसी घी और फॉर्चून का प्रयोग होता है. हलवा भी शुद्ध देसी की और मावे के साथ बनाया जाता है.
लोगों ने कही यह बातहलवा पराठा खाने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें सरताज भाई के यहां के हलवा पराठे का स्वाद बेहद लजीज लगता है. पराठे खाने काफी दूर-दूर से आते हैं. सरताज पराठों को बड़े ही अच्छे स्टाइल से साफ सफाई के साथ बनाते हैं जिससे पराठे खाने के बाद कोई समस्याएं नहीं होती हैं और इनका पराठा स्पेशल बरेली में लगने वाले आला हजरत उर्स के मौके पर ही मिलता है. यह मेला 3 दिन तक चलता है. कल की नमाज के बाद यह सभी दुकानदार अपने शहर वापस लौट जाते हैं.
पाकिस्तान तक फेमस है हलवा और पराठाबरेली में लगने वाला दरगाह आला हजरत का उर्स विश्व में काफी प्रसिद्ध है. देश के अलग-अलग हिस्सों से और विदेश तक से मेहमान बरेली जाकर दरगाह आला हजरत पर मन्नत की चादर चढ़ाते हैं और अपने नबी को याद करते हैं. जिसमें पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान, दुबई, सऊदी अरब और बांग्लादेश से तक लोग यहां आते हैं और यहां का फेमस हलवा और परांठा खाते हुए दिखाई देते हैं. सोशल मीडिया पर बरेली के उर्स के दौरान मिलने वाले हवा पराठे की चर्चा भी आजकल हो रही है.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 14:42 IST