Pakistan Cricket: चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी को लेकर पाकिस्तान की काफी किरकिरी हुई. उसने 1996 के बाद पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी की, लेकिन सिर्फ एक ही मैच घरेलू मैदान पर खेल पाया. भारत ने सुरक्षा कारणों से वहां जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद फाइनल सहित उसके सारे मैच दुबई में खेले गए. पाकिस्तान ने एक मैच कराची में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला. दूसरा मैच भारत के खिलाफ दुबई में खेला और तीसरा मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ रावलपिंडी में बारिश के कारण रद्द हो गया था.
नेशनल असेंबली में दावा
टूर्नामेंट की समाप्ति के बाद कई दावे किए गए कि पाकिस्तान को इस इवेंट से फायदा नहीं बल्कि नुकसान हुआ है. अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक बड़ा दावा किया. उसने नेशनल असेंबली में बताया कि चैंपियंस ट्रॉफी से उसे काफी फायदा हुआ. पीसीबी ने दावा किया है कि आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी की मेजबानी से उसे तीन अरब रुपए की कमाई हुई है जो उसके दो अरब रुपये के लक्ष्य से अधिक है. पीसीबी ने यह दावा नेशनल असेंबली को लिखित जवाब में किया है जिसने पिछले दो वर्षों में राष्ट्रीय टीम के लगातार खराब प्रदर्शन पर चिंता व्यक्त की है.
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स्टेडियम को ठीक करने में खर्च हुए 18 अरब रुपये
पीसीबी ने अपने लिखित जवाब में यह भी पुष्टि की है कि कराची, लाहौर और रावलपिंडी में स्टेडियमों के नवीनीकरण पर कुल 18 अरब रुपए खर्च किए जा रहे हैं. बोर्ड ने कहा कि नवीनीकरण की प्रक्रिया 2026 तक पूरी हो जाएगी और इसका दूसरा चरण मई में पाकिस्तान सुपर लीग समाप्त होने के बाद शुरू होगा. पीसीबी ने यह भी कहा कि चैंपियन्स ट्रॉफी और अन्य चीजों के कारण अब तक बजट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है.
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पीसीबी ने क्या-क्या कहा?
पीसीबी ने पुष्टि की, ‘‘पीसीबी अपने वित्तीय वर्ष के अंत में सालाना दो ऑडिट से गुजरता है. चालू वित्तीय वर्ष के लिए ऑडिट 30 जून 2025 के बाद होंगे.” बोर्ड ने यह भी कहा कि चैंपियन्स ट्रॉफी से मिलने वाली राशि के अंतिम आंकड़े आईसीसी द्वारा अपना वित्तीय ऑडिट पूरा करने के बाद निर्धारित किए जाएंगे. पीसीबी ने जोर देकर कहा कि कोई अधिक खर्च या कुप्रबंधन नहीं हुआ है क्योंकि चैंपियन्स ट्रॉफी पूरी तरह से आईसीसी द्वारा प्रबंधित की गई थी. राष्ट्रीय टीम के खराब प्रदर्शन के लिए पीसीबी ने चोटों और खेलने की अलग-अलग परिस्थितियों को जिम्मेदार ठहराया. पीसीबी ने लिखा, ”महत्वपूर्ण लम्हों में प्रमुख खिलाड़ियों को चोटें लगी जिससे टीम का संतुलन और रणनीति प्रभावित हुई.”