Pakistan Cricket Board: चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान क्रिकेट टीम का प्रदर्शन शर्मनाक रहा. टीम पहले ही राउंड में बाहर हो गई. मेजबान होने के बावजूद टीम को एक भी जीत नहीं मिली है. न्यूजीलैंड ने कराची तो भारत ने दुबई में हराया. इसके बाद रावलपिंडी में ग्रुप का आखिरी मैच बारिश के कारण रद्द हो गया. मोहम्मद रिजवान की टीम बिना जीते ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई. इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) हरकत में आ गया है और वह लगातार कोई न कोई बड़ा फैसला ले रहा है.
सैलरी में भारी गिरावट
इसी क्रम में पीसीबी ने आगामी नेशनल टी20 कप में मैच फीस में 75% की भारी कटौती करने का कठोर निर्णय लिया है. क्रिकेटरों को पिछले संस्करण में पीकेआर 40,000 (करीब 12452 भारतीय रुपये) की तुलना में पीकेआर 10,000 (लगभग 3113 भारतीय रुपये) का भुगतान किया जाएगा. 2022 में प्रत्येक खिलाड़ी को पीकेआर 60,000 (करीब 18678 भारतीय रुपये) का भुगतान किया गया था, जो 2025 में उनकी कमाई से काफी अधिक है.
सैलरी में क्यों हुई कटौती?
दूसरी ओर, रिजर्व क्रिकेटरों को प्रति मैच पीकेआर 5000 (करीब 1556 भारतीय रुपये) मिलेंगे. खिलाड़ियों के वेतन में इतनी बड़ी गिरावट के पीछे का कारण अभी तक सामने नहीं आया है. पीसीबी का प्रभार संभालने के बाद अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने वादा किया था कि राजस्व को बंद नहीं किया जाएगा और इसे खिलाड़ी कल्याण या पाकिस्तान क्रिकेट के विकास पर खर्च किया जाएगा.
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चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान ने किया खर्चा
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले कुछ स्टेडियमों के नवीनीकरण सहित भरपूर खर्च किया है. जेसन गिलेस्पी और गैरी कर्स्टन जैसे विदेशी कोचों को लंबे अनुबंध पर नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्होंने कुछ ही दिनों बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया. घरेलू टूर्नामेंटों में से एक के दौरान पांच दिग्गज क्रिकेटरों को मेंटर के रूप में नियुक्त किया गया था और उन्हें प्रति माह पीकेआर 5 मिलियन (करीब 15,56,500 भारतीय रुपये) का वेतन दिया गया था. पीसीबी ने घरेलू क्रिकेट में सफेद गेंद सेटअप को भी रीब्रांड किया, जिसमें उन्हें अच्छा खासा पैसा खर्च करना पड़ा.
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वित्तीय संकट का करना पड़ रहा सामना
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद बोर्ड को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है और यह इस तरह के कठोर कार्रवाई के पीछे का एक कारण हो सकता है. फिर भी ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बात करते हुए, पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि खिलाड़ी अन्य घरेलू टूर्नामेंटों की मदद से अच्छी कमाई कर रहे हैं और यही कारण है कि नेशनल टी20 कप में उनके वेतन में 75% की कटौती की गई है. गौरतलब है कि टूर्नामेंट 14 मार्च से शुरू होगा और तीन स्थानों – फैसलाबाद, लाहौर और मुल्तान में कुल 39 मैच खेले जाएंगे. फाइनल 27 मार्च को खेला जाएगा.