IND vs AUS 2nd T20: भारतीय टीम रविवार यानी 26 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का दूसरा टी20 मैच त्रिवेंद्रम में खेलेगी. सीरीज में टीम इंडिया की कमान संभाल रहे सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने पहले टी20 में कमाल का प्रदर्शन किया और प्लेयर ऑफ द मैच बने. अब उन्हें लेकर ऑस्ट्रेलिया के लेफ्ट आर्म पेसर जेसन बेहरेनडोर्फ (Jason Behrendorff) ने सूर्या को लेकर बयान दिया है.
सूर्या को रोकना मुश्किल…ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के पेसर जेसन बेहरेनडोर्फ (Jason Behrendorff) की हमेशा कोशिश रहती है कि वह सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) और ईशान किशन (Ishan Kishan) जैसे खिलाड़ियों से एक कदम आगे रहें लेकिन उन्होंने माना कि ऐसा करना अक्सर मुश्किल होता है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टी20 मैच में जेसन बेहरेनडोर्फ ऑस्ट्रेलिया के अकेले गेंदबाज रहे जिन्होंने बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया. बेहरेनडोर्फ ने तब 4 ओवर के अपने कोटे में 25 रन देकर एक विकेट लिया.
क्या होगी रणनीति?
भारतीय टीम ने विशाखापत्तनम में खेले गए सीरीज के पहले टी20 मैच में 209 रन का लक्ष्य हासिल किया और सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई. इस मैच में सूर्यकुमार ने 42 गेंदों पर 80 रनों की तूफानी पारी खेली. ईशान किशन ने भी अर्धशतक जमाया. बेहरेनडोर्फ से पूछा गया कि वह मुंबई इंडियंस के अपने इन साथियों पर अंकुश लगाने के लिए क्या रणनीति अपनाएंगे, उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘मैं किसी दूसरे को गेंद सौंप दूंगा.’
टीम मैनेजमेंट ने क्या दिया है काम?
बेहरेनडोर्फ ने दूसरे टी20 मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘वे (सूर्या और ईशान) बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं. उनसे एक कदम आगे रहने की कोशिश की जा सकती है और ऐसा करना कई बार मुश्किल होता है. हो सकता है कि स्पीड, लाइन और लेंथ में बदलाव को लेकर हम जो कर सकते हैं, वो करें.’ टीम मैनेजमेंट की बेहरेनडोर्फ के लिए सरल रणनीति है, पहले 6 ओवरों में विकेट हासिल करके विरोधी टीम को दबाव में लाना. बेहरेनडोर्फ ने कहा, ‘मैं भाग्यशाली रहा कि जब भी मैं भारत में खेला, तब गेंद स्विंग हो रही थी. मैं अपने मजबूत पक्ष के साथ गेंदबाजी करता रहा हूं और मेरी कोशिश गेंद को स्विंग कराकर पावरप्ले में विकेट लेना रहा है. मैं ऐसा करने में सक्षम हूं.’
आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन
33 साल के बेहरेनडोर्फ आईपीएल में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) की तरफ से खेलते हैं. उन्होंने इस साल इस टूर्नामेंट के 12 मैच में 14 विकेट लिए थे. वह ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप चैंपियन टीम के सदस्य नहीं थे और इस दौरान उन्होंने घरेलू क्रिकेट में खेलकर इस सीरीज की तैयारी की. उन्होंने कहा, ‘मैं घरेलू क्रिकेट खेलकर इस सीरीज की तैयारी कर रहा था. भारत आकर उनके खिलाफ खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है.’ (PTI से इनपुट)