विशाल झा/गाज़ियाबाद : 4 जुलाई से सावन शुरू है. इस महीने में भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त कावड़ लेकर सड़कों पर निकलते है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लगभग 50 लाख कावड़िए गाजियाबाद से आवाजाही करते है. बावजूद इसके गाजियाबाद की सड़कें अधिकारियों की लापरवाही का हाल सुना रही हैं.
गाजियाबाद नगर निगम की तरफ से दावा किया गया था कि 30 जून तक सभी कावड़ मार्गों को गड्ढा मुक्त करवा दिया जाएगा. बावजूद उसके दिल्ली -मेरठ मार्ग जो कि कावड़ियों का मुख्य मार्ग भी कहा जाता है उसी सड़क की हालत दयनीय बनी हुई है. Local 18 की टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर इस सड़क का जायजा लिया. दिल्ली- मेरठ मार्ग पर हमारी टीम को कावड़ियों के स्वागत के बड़े-बड़े पोस्टर तो नजर आ गए लेकिन सड़क गड्ढों से भरी हुई दिखी. इन सड़कों पर पैदल चलना तो दूर बल्कि दोपहिया वाहनों से भी चलना मुश्किल लग रहा था.
प्रशासन ने सड़क पर नहीं दिया ध्यानसड़क पर कई जगह पर जलभराव देखने के लिए मिला. जब हमारी टीम उसी सड़क पर आगे बढ़ी तो हमें कई कटे हुए वृक्ष भी बीच सड़क पर ही पड़े दिखे. आश्चर्य की बात ये है की ये वही रोड है जिसके कुछ ही मीटर दूर गाजियाबाद का रैपिड स्टेशन बना है. जिसका उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की भी चर्चाएं है. बावजूद उसके इस सड़क पर ध्यान नहीं दिया गया.
हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा और नीचे कंकड़Local 18 ने गाजियाबाद के पूर्व कावड़ यात्री सेवाराम कसाना से इस बारे में समझा. सेवाराम ने हमें बताया कि सावन महीने में नगर निगम द्वारा सड़कों को आधा अधूरा बना कर छोड़ दिया जाता है. जो कुछ ही दिनों में टूट कर वापस पहले जैसी हो जाती है. यह सिर्फ नगर निगम और गाजियाबाद प्रशासन की अधिकारियों का काम चोरी का नतीजा होता है. गाजियाबाद में दावा तो यह किया जाता है कि कावड़ यात्रियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी लेकिन इन यात्रियों को कंकड़ पर चलने के लिए छोड़ दिया जाता है.
नहीं मिला जबाबNews 18 Local ने गाजियाबाद के नगर आयुक्त नितिन गौड़ और महापौर सुनीता दयाल से बात करने की कोशिश की. लेकिन हमारी टीम को कोई जवाब नहीं मिल पाया.
.Tags: Ghaziabad News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : July 01, 2023, 22:18 IST
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