Online gaming addiction 12th class student commits suicide in Lucknow how to keep children safe from this | ऑनलाइन गेमिंग की लत: 12वीं के छात्र ने किया सुसाइड, बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें?

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Online gaming addiction 12th class student commits suicide in Lucknow how to keep children safe from this | ऑनलाइन गेमिंग की लत: 12वीं के छात्र ने किया सुसाइड, बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें?



लखनऊ के हजरतगंज इलाके में एक 12वीं कक्षा के छात्र ने कथित तौर पर ऑनलाइन गेमिंग की लत के चलते आत्महत्या कर ली है. छात्र ने अपने माता-पिता को एक मैसेज भेजने के बाद फांसी लगा ली. मंगलवार सुबह जब उसकी मां उसे जगाने गई तो उसने उसे फांसी पर लटका पाया. आनन-फानन में छात्र को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मृतक छात्र के परिवार में उसके माता-पिता और दो बहनें हैं. छात्र के फोन पर एक मैसेज मिला, जिसमें उसने माफी मांगी थी. मृतक के चाचा ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग की लत के कारण ही उसने यह कदम उठाया होगा.उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन गेमिंग की लत किशोरों में एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. कई एक्सपर्ट का मानना है कि ज्यादा गेमिंग किशोरों की मेंटल और फिजिकल हेल्थ दोनों को नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में यह जरूरी है कि हम अपने बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग की लत से बचाने के लिए कुछ उपाय करें.
बच्चों के ऑनलाइन एक्टिविटी पर नजर रखेंयह जानने के लिए कि वे क्या खेल रहे हैं और कितना समय बिता रहे हैं, उनकी ऑनलाइन एक्टिविटी पर नजर रखें.
समय सीमा निर्धारित करेंबच्चों के लिए ऑनलाइन गेमिंग के लिए समय सीमा निर्धारित करें और सुनिश्चित करें कि वे इसका पालन करें.
अन्य एक्टिविटी करने के लिए कहेंबच्चों को खेल, शौक और अन्य एक्टिविटी में शामिल होने के लिए कहें, ताकि ऑनलाइन गेमिंग उनका एकमात्र मनोरंजन न बन जाए.
खुलकर बात करेंबच्चों से बात करें कि वे ऑनलाइन गेमिंग के बारे में कैसा महसूस करते हैं और उन्हें यह बताएं कि वे किसी भी समस्या के बारे में आपसे बात कर सकते हैं.
एक्सपर्ट की मददयदि आप चिंतित हैं कि आपके बच्चे को ऑनलाइन गेमिंग की गंभीर लत है, तो पेशेवर मदद लें.
Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्मान करें. हर पल का आनंद लें. किसी बात-विषय-घटना के कारण व्‍यथित हों तो जीवन से हार मारने की कोई जरूरत नहीं. अच्‍छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्त हेल्पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें.



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