Cricket History of 4 September, Most Exciting Match: क्रिकेट मैदान पर हर रोज नए रिकॉर्ड बनते और टूट जाते हैं. आज तक ऐसे कई बड़े रिकॉर्ड बने और टूटे हैं. कुछ ऐसे हैं जिनका टूट पाना नामुमकिन सा दिखता है. भारतीय क्रिकेटर्स के रिकॉर्ड की भी लंबी लिस्ट है. 4 सितंबर से ऐसे ही एक मैच का इतिहास जुड़ा है जो रोमांच के मामले में टॉप पर कहा जा सकता है. इसमें भारत और इंग्लैंड आमने-सामने थे. खास बात है कि ये मैच आखिरी दिन आखिरी ओवर में जाकर ड्रॉ खत्म हुआ.
लंदन के मैदान पर हुआ कमालसाल 1979, 30 अगस्त से भारत और इंग्लैंड के बीच लंदन के द ओवल मैदान पर टेस्ट मैच शुरू हुआ. भारतीय टीम ने एस वेंकटराघवन की कप्तानी में इंग्लैंड का दौरा किया और 4 टेस्ट मैच खेले. सीरीज का ये चौथा टेस्ट मैच था. तब टेस्ट मैच एक रेस्ट डे समेत 6 दिनों के होते थे. इंग्लैंड के कप्तान माइक ब्रियरली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. पहली पारी में 305 रन बने. नंबर-3 पर उतरे दिग्गज ग्राहम गूच 79 रनों के साथ टॉप स्कोरर रहे. कपिल देव और वेंकटराघवन ने 3-3 विकेट लिए जबकि करसन घावरी और स्पिनर बिशन सिंह बेदी को 2-2 विकेट मिले.
202 रन पर सिमटी भारत की पहली पारी
भारत की पहली पारी 79.3 ओवर में केवल 202 रन पर सिमट गई. गुंडप्पा विश्वनाथ (62) और यजुर्विंद्र सिंह (62) ने अर्धशतक लगाए. विश्वनाथ ने 163 गेंदों की अपनी पारी में 5 चौके जड़े. वहीं, यजुर्विंद्र सिंह 119 गेंदों पर 1 चौके की मदद से 43 रन बनाकर नाबाद लौटे. इयान बॉथम ने 28 ओवर में केवल 65 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए. बॉब विलिस और माइक हेंड्रिक को 3-3 विकेट मिले.
बायकॉट ने जड़ा शतक, भारत को 438 का टारगेट
इंग्लैंड के दिग्गज ओपनर ज्योफ बायकॉट ने दूसरी पारी में शतक जड़ दिया. उन्होंने 293 गेंदों का सामना किया और 6 चौके लगाते हुए 125 रन जोड़े. विकेटकीपर बल्लेबाज डेविड बेयरस्टो ने 59 रन का योगदान दिया. माइक ब्रियरली ने 8 विकेट पर 334 रन के स्कोर पर ही पारी घोषित कर दी. इससे भारत को जीत के लिए 438 रनों का मुश्किल लक्ष्य मिला. पांचवें दिन यानी 3 सितंबर 1979 तक भारत ने अपनी पहली पारी में बिना कोई विकेट खोकर 76 रन बनाए.
आखिरी दिन, आखिरी ओवर और…
मैच के आखिरी दिन यानी 4 सितंबर 1979 को शुरू होता है असली खेल. दिग्गज सुनील गावस्कर जैसे क्रीज पर जम गए. ओपनिंग को उतरे इस दिग्गज ने अकेले ही 221 रन ठोक दिए. गावस्कर ने 443 गेंदों का सामना किया और अपनी पारी में 21 चौके लगाए. गावस्कर और चेतन चौहान ने 213 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप की. गावस्कर ने दिलीप वेंगसरकर के साथ दूसरे विकेट के लिए 153 रन जोड़े. चेतन चौहान ने 80 और दिलीप वेंगसरकर ने 52 रन बनाए. भारत धीरे-धीरे जीत की ओर बढ़ रहा था लेकिन इयान बॉथम ने गावस्कर को पवेलियन भेज दिया. तब भारत को जीत के लिए 7.4 ओवर में 49 रन की दरकार थी. बॉथम ने फिर यशपाल शर्मा और यजुर्विंद्र सिंह को भी शिकार बनाया. आखिरी ओवर में भारत को 15 रन चाहिए थे लेकिन टीम इंडिया 8 विकेट पर 429 रन बना सकी. मैच आखिर में ड्रॉ रहा औटर इंग्लैंड ने सीरीज 1-0 से जीती.