लखनऊ. मां का दूध शिशु के लिए अमृत होता है. नवजात अपनी मां के दूध पर ही निर्भर होता है. लेकिन किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और क्वीन मेरी अस्पताल की ओर से की गई एक रिसर्च ने इस बारे में एक खुलासा करके सबको दंग कर दिया है. डिपार्टमेंट ऑफ बायोकेमिस्ट्री लैब में हुई रिसर्च में पाया गया कि महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क में भी कीटनाशक और घातक रसायन हैं. हैरान करने वाली बात है कि शाकाहारी महिलाओं की तुलना में मांसाहारी महिलाओं के दूध में कीटनाशक की मात्रा 3.5 गुना अधिक पाई गई.केजीएमयू में बायोकेमेस्ट्री के हेड अब्बास अली मेहदी ने बताया फसलों और खानपान की चीजों में अब अंधाधुंध खतरनाक रासायनिक पदार्थों और कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है. रिसर्च में पाया गया कि मां के दूध में भी खतरनाक कीटनाशकों की मात्रा मौजूद है. नवजात शिशु के शरीर के लिए ऐसा दूध खतरनाक ही है. मेहदी ने यह भी कहा कि जन्म से ही बच्चों को इस तरह के घातक रसायन मिलने की वजह से ही अब कम उम्र में ही लोगों को विभिन्न बीमारियां हो रही हैं.
मेहदी ने बताया अगर महिलाएं इससे बचाव करना चाहती हैं तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों और फलों का सेवन करना चाहिए. फलों और सब्जियों का सेवन करने से पहले उनको अच्छे से साफ कर लेना चाहिए. कोशिश करें कि छिलका उतारकर ही खाएं और अपनी डाइट में रोज कुछ न कुछ नया जोड़ते रहें. यही बचाव का एकमात्र उपाय है.देखा गया है कि नॉनवेज के शौकीन लोगों को अच्छा चिकन परोसने के चक्कर में जानवरों को कई तरह के इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं. उनका वजन बढ़ाया जा रहा है. यह बड़ी वजह है कि मांसाहार का सेवन करने वाली महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क में कीटनाशक ज्यादा पाए गए हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 18, 2023, 09:54 IST
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