OMG! एक मिनट में ठंडा हो जाता है गर्म पानी, जानिए इस ‘चमत्कारी बोतल और घड़े’ की खासियत

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OMG! एक मिनट में ठंडा हो जाता है गर्म पानी, जानिए इस 'चमत्कारी बोतल और घड़े' की खासियत



लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मवैय्या क्षेत्र में इन दिनों लोगों की अच्छी भीड़ नजर आ रही है, वजह यह है कि यहां पर एक मिनट के अंदर ही पानी को ठंडा कर देने वाली बोतलें और घड़े मिल रहे हैं. इस भीड़ को देखकर जब न्यूज18 लोकल यहां पहुंची तो वाकई में नजारा ऐसा था जो आज से पहले लखनऊ वालों ने कभी नहीं देखा था क्योंकि लखनऊ की सरजमीं पर पहली बार गुजरात की लाल मिट्टी की बनी बोतलें और घड़े बेचे जा रहे हैं.माटी हाउस के नाम से इस दुकान को चला रहे कृष्णा प्रजापति ने बताया कि यह दुकान करीब 50 साल पुरानी है. लेकिन पहली बार उन्होंने गुजरात की लाल मिट्टी की बनी हुई बोतलें और घड़े को नया लुक देकर और डिजाइनिंग अंदाज में बाजार में उतारा है. जो देखने में लोगों को बेहद आकर्षित भी लग रहे हैं और इनकी खास बात यह है कि सिर्फ एक मिनट के अंदर ही गर्म पानी भी इन बोतलों और घड़ों में रखने से ठंडा हो जाएगा. फ्रिज से भी जल्दी ठंडा पानी यह बोतले या घड़े कर देते हैं, इसलिए लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि दिन भर में 100 से ज्यादा पीस बिक रहे हैं. उन्होंने बताया कि इनको धोने से कोई खराबी नहीं आयेगी. सेहत भी अच्छी होती है लाल मिट्टी के इन घड़ों और बोतलों में पानी पीने से.ऐसी है डिजाइनमाटी हाउस में आपको लाल मिट्टी की बनी हुई छोटी और बड़ी बोतलें दोनों मिलेंगी. दोनों पर खूबसूरत सी डिजाइन बनी हुई है. बोतलों की साइज के अनुसार ही उनके अंदर पानी भी आता है. किसी में सवा लीटर पानी आता है तो किसी में दो लीटर तक पानी आप भर कर रख सकते हैं. यही नहीं घड़े भी डिजाइनिंग है, इसके अलावा कार्टून के बने हुए घड़े भी यहां पर मिल रहे हैं, जिनके अंदर नल लगा हुआ है और देखने में वे किसी टेडी बियर से कम नहीं लग रहे.इतनी है कीमतकृष्णा प्रजापति ने बताया कि उनके पास छोटी मिट्टी की बोतले 150 रुपए की हैं जबकि फिल्टर वाले घड़े 500 रूपए के हैं, डिजाइनिंग घड़े भी 500 रुपए के ही हैं. इनसे कम की कीमतों पर भी लोगों को घड़े और बोतलें मिल जाएंगी.सपना था अधिकारी बनने काकृष्णा प्रजापति ने बताया कि इस व्यापार को उनकी मां आशा देवी प्रजापति ने शुरू किया था. उनके निधन के बाद उन्होंने इस व्यापार को आगे बढ़ाने का जिम्मा उठाया है. वह बताते हैं कि उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से 2011 में बीएससी कंप्यूटर साइंस में किया था. इसके बाद रेलवे की तैयारी भी की थी लेकिन उसमें उनका सिलेक्शन नहीं हो पाया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी मां का ही व्यापार संभाला.खरीदारी के लिए ऐसे पहुंचे यहांचारबाग रेलवे स्टेशन और आलमबाग के बीच में मवैय्या क्षेत्र पड़ता है, इसकी प्रमुख रोड पर ही आपको माटी हाउस की दुकान दिख जाएगी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : April 17, 2023, 08:15 IST



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