Cancer Risk Factor: मोटापा कैंसर के लिए एक जरूरी रिस्क फैक्टर है, जो दुनिया भर में लगभग 10-15% कैंसर मामलों के लिए जिम्मेदार है. स्टडी में यह पाया गया है कि मोटापा कई तरह के कैंसर से जुड़ा हुआ है, जैसे कि स्तन कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, महिलाओं में अंडाशय का कैंसर और पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर. सीके बिड़ला हॉस्पिटल, दिल्ली के डॉ, नीरज गोयल (डायरेक्टर, ऑन्कोलॉजी सर्विसेज, जीआई ऑन्कोलॉजी, जीआई और एचपीबी सर्जरी) से खास बताचीत में उन्होंने मोटापे और कैंसर के खतरे के बीज संबंधों के बारे में बताया है.
मोटापे और कैंसर के बीच संबंध
मोटापे और कैंसर के बीच मुख्य संबंध शरीर में होने वाले मेटाबोलिक और हार्मोनल चेंज से आता है. एक प्रमुख कारण इंसुलिन प्रतिरोध है, जो इंसुलिन जैसे वृद्धि कारकों (IGF) के प्रोडक्शन को बढ़ाता है. IGF के हाई लेवल सेल ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं और सेल के मरने (एपोप्रोसी) को कम करते हैं, जिससे कैंसर के विकास का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, ज्यादा वसा टिश्यू से होने वाली पुरानी सूजन (इन्फ्लेमेशन) डीएनए को नुकसान पहुंचाती है, जिससे कैंसर का खतरा और बढ़ जाता है. मोटापे के कारण आंत के माइक्रोबायोटा में बदलाव भी सूजन को बढ़ाता है, जो कैंसर के विकास के लिए सही वातावरण बना सकता है.
मोटापे से संबंधित कैंसर की रोकथाम
अच्छा बात यह है कि मोटापे से संबंधित कैंसर को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर रोका जा सकता है. एक बैलेंस वेट बनाए रखने के लिए बैलेंस डाइट जरूरी है. ऐसी डाइट जो फल, सब्जियां और साबुत अनाज से भरपूर हो, शरीर को जरूरी पोषक तत्व और एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करता रहे. साथ ही सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में भी मदद करता रहे. रोजाना फिजिकल एक्टिविटी भी कैंसर की रोकथाम में एक जरूरी भूमिका निभाती है. रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने से मेटाबोलिज्म में सुधार होता है और फैट कम होती है, जिससे कैंसर का जोखिम काफी हद तक घटता है. पर्याप्त नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट भी मोटापे और उससे जुड़े हेल्थ प्राब्लम्स को कम करने में महत्वपूर्ण हैं. खराब नींद और हाई स्ट्रेस हार्मोनल डिसबैलेंस का कारण बनते हैं, जो वजन बढ़ाने और सूजन को बढ़ाते हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ता है.
हेल्दी लाइफस्टाइल
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर व्यक्ति मोटापे से संबंधित कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं. इसमें हेल्दी डाइट, रोजाना एक्सरसाइज, पूरी नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट शामिल है. इससे व्यक्ति मोटापे को कम करते हैं और मोटापे से संबंधित कैंसर के जोखिम को भी कम कर सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.