लखनऊ. अगर आपको नवाबों के शहर की नजाकत, नफासत और तहजीब देखनी है तो आपको सनतकदा में आना होगा. लखनऊ में नवाबों का गढ़ कहे जाने वाले कैसरबाग की सफेद बारादरी में कोविड के बाद यह समारोह फिर शुरू किया गया है. यह एकमात्र ऐसा कार्यक्रम है, जिसमें आज भी लखनऊ का कल्चर साफ तौर पर देखने को मिलता है.इस कार्यक्रम में न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि देश के कई राज्यों से लोग आते हैं. अपने हाथों से बनाए हुए सामानों का स्टॉल लगाते हैं. लखनऊवासी भी यहां आकर जमकर खरीदारी करते और अपने देश की संस्कृति से रूबरू होते हैं. यहां पर अगर आप खरीदारी के लिए जाएंगे तो आपको कपड़े, ज्वेलरी, जूते, सैंडल और घर को सजाने के सामान मिलेंगे. लखनऊ का जायका भी चखने का मौका मिल जाएगा.पहले दिन ही दिखी भीड़सनतकदा में खरीदारी थोड़ी महंगी है. लेकिन, यहां मिलने वाले आइटम आपको पूरे लखनऊ में और कहीं नहीं मिलेंगे. यही वजह है कि पहले दिन बिना उद्घाटन के ही यहां पर अच्छी-खासी भीड़ नजर आई और लोगों ने पहुंचकर खूब खरीदारी भी की. वहीं, लखनऊ में छोटा सा स्टार्टअप करने वाली आरजू ने बताया कि उनकी बहन अनम ने अपने हाथों से सैंडल बनाई हैं, उसी का स्टॉल यहां पर लगाया है. लोगों को सैंडिल खूब पसंद आ रही है और वे खरीदारी भी कर रहे हैं.कलाकारों को मिलेगी पहचानसमारोह की सदस्य नगमा ने बताया कि इस समारोह की थीम के अनुसार यहां ऐसे कलाकारों को मौका दिया जाएगा, जो प्रतिभाशाली हैं लेकिन उन्हें लोग पहचानते नहीं हैं. उन्हें इस बार यहां पर स्टेज दिया जाएगा, ताकि वे अपनी प्रतिभा से लोगों को रूबरू करा सकें. उन्हें भी एक अच्छी पहचान मिल सके.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : February 05, 2023, 16:35 IST
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