बागपत: महादेव के कई सारे खास मंदिर भारत में हैं. लेकिन इनमें से भी कुछ मंदिरों की कहानी इतनी दिलचस्प है कि लोग पढ़ते ही तारीफ करते हैं. ऐसा ही एक मंदिर है बागपत में. हम बात कर रहे हैं नीलकंठ महादेव मंदिर की. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग नर्मदा नदी से मिला था. सोमवार हो या सावन, यहां भक्तों की लंबी कतार लगती है. आइए जानते हैं मंदिर से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारी.
नीलकंठ महादेव मंदिर की कहानी सुभाष रुहेला ने 12 फरवरी 2010 को नीलकंठ मंदिर का निर्माण करवाया था. यह रुहेला समाज का मंदिर बताया जाता है. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग नर्मदा नदी से प्राप्त हुआ था. सावन के दौरान यहां पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. यहां कि ये भी मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से मन्नत मांगता है, उसकी मन्नत यहां जरूर पूरी होती है.
मेले में पहुंचती है भारी भीड़नीलकंठ महादेव मंदिर में सावन के महीने में भव्य मेलों का आयोजन किया जाता है. इस मेले में दूर-दराज से लोग जाते हैं. यहां पर विशेष पूजा पाठ कर लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं. ये मंदिर बागपत के दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर टियोढ़ी गांव में है. 52 फीट ऊंची भगवान शिव की मनमोहक प्रतिमा भी यहां स्थापित है. भक्तों का सावन महीने में सबसे अधिक लगाव है. मेले के चलते भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है.
इसे भी पढ़ेंः यूपी में यहां करें पिंडदान, पितरों की बरसेगी खूब कृपा, दुख-दर्द से मिलेगा छुटकारा!
हर मन्नत होती है पूरीमंदिर के मुख्य पुजारी रामरूप गौतम ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मंदिर में नर्मदा नदी से प्राप्त शिवलिंग को लेकर शिव भक्तों में विशेष मान्यता है और जो भी शिव भक्त यहां आकर सच्चे मन से आराधना करता है उसकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है. दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ सहित देश के कोने-कोने से लोग दर्शन के लिए आते हैं.
महादेव को खुश करना है तो आएं यहां महादेव को खुश कर उनकी विशेष कृपा पानी है, तो आप इस मंदिर में पहुंच सकते हैं. भक्तों का कहना है कि यहां वो जो भी मागंते हैं, वो जरूर पूरा होता है.
Tags: Baghpat news, Hindu Temple, Local18FIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 17:21 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.